(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Banks Employees Hiring: सरकारी बैंकों में हर महीने होगी भर्ती! कर्मचारियों की कमी के बाद सरकार ने प्लान तैयार करने को कहा
PSB Hiring Plans: 2012-23 में सरकारी बैंकों में कर्मचारियों की संख्या 886490 थी. जो 2020-21 में घटकर 770800 रह गई है.
Banks Employees Hiring: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (Public Sector Banks) में कर्मचारियों की संख्या में भारी गिरावट आई है. बीते 10 वर्षों में कर्मचारियों की संख्या लगातार घटती ही रही है. अब सरकार ने सरकारी बैंकों से कर्मचारियों के कमी ( Employees Shortage) को दूर करने के लिए भर्ती प्लान तैयार करने को कहा है.
बीते हफ्ते बैंक प्रमुखों की वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) के आला अधिकारियों के साथ बैठक हुई है जिसमें बैंकों से कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के लिए एक्शन प्लान तैयार करने को कहा गया है. वित्त मंत्रालय ने बैंकों के हर महीने के आधार पर नियुक्ति करने के लिए खाका तैयार करने को कहा है. बैंक इंस्टीच्युट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सेलेक्शन के जरिए कर्मचारियों की भर्ती करती है.
निजी बैंकों में दोगुनी हुई संख्या
2012-23 में सरकारी बैंकों में कर्मचारियों की संख्या 886490 थी. जो 2020-21 में घटकर 770800 रह गई है. वहीं इस दौरान निजी बैंकों में कर्मचारियों की संख्या में दोगुनी बढ़ोतरी हुई है. इस अवधि में निजी बैंकों में कर्मचारियों की संख्या 229124 से बढ़कर 572586 हो गई है. सबसे ज्यादा कमी बैंक क्लर्क और सबऑरडिनेट स्टॉफ की संख्या में आई है. 2012-23 में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 398,801 क्लर्क थे जिनकी संख्या घटकर 274249 रह गई है तो सबऑरडिनेट स्टॉफ की संख्या 153628 थी जो घटकर 110323 रह गई है. वहीं इसी अवधि में ऑफिसर्स की संख्या 334061 से बढ़कर 386228 हो गई है.
सरकारी बैंकों में स्टॉक की कमी!
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 1000 ग्राहकों के लिए एक कर्मचारी है. जबकि निजी क्षेत्रमें 100 से 600 कर्मचारियों के लिए एक कर्मचारी है. इन आंकड़ों से सरकारी बैंकों में कर्मचारियों की कमी का अंदाजा लगाया जा सकता है. एक दशक में बैंकों की जितनी शाखाएं खुली है उस अनुपात में कर्मचारियों की भर्ती नहीं की गई है. मार्च 2021 में आरबीआई के डाटा के मुताबिक 10 वर्षों में बैंकों के शाखाओं की संख्या में 28 फीसदी का इजाफा हुआ है और ये बढ़कर 86,311 तक जा पहुंचा है.
41,177 पद हैं खाली
दिसंबर 2021 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ( Nirmala Sitharaman) ने संसद ( Parliament) में पूछे गए एक सवाल के जवाब में ये जानकारी दी है. वित्त मंत्री ने कहा कि एक दिसंबर, 2021 तक सरकारी बैंकों में स्वीकृत कुल पदों में से 5 फीसदी यानि 41,177 पद खाली पड़े हैं. वित्त मंत्री ने बताया कि सरकारी क्षेत्र के बैंकों से मिली जानकारी के मुताबिक कुल मंजूर पदों में 95 फीसदी पद भरे हुये हैं. जो पद खाली है वो कर्मचारियों के रिटॉयरमेंट के अलावा अन्य वजहों के चलते खाली पड़े हैं. वित्त मंत्री ने बताया कि 1 दिसंबर 2021 तक सरकारी बैंकों में कुल 8,05,986 पद मंजूर किये गए हैं जिसमें से 41,177 पद खाली पड़े हैं.
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