Mobile Tariff Hike: देश की तीनों सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनियां रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने मोबाइल टैरिफ को महंगा करने का ऐलान किया है. इन कंपनियों ने मोबाइल टैरिफ को बढ़ाते हुए नए प्लान पेश किए हैं. इस बढ़ोतरी के बाद अब ग्राहकों के पर मोबाइल टैरिफ पर होने पर वाले खर्च का बोझ बढ़ने वाला है.


ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, टैरिफ में इस बढ़ोतरी के बाद ग्राहकों पर सालाना 47,500 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ बढ़ने की आशंका है. पिछले कुछ समय में टेलीकॉम कंपनियों ने देश में 5जी नेटवर्क ग्राहकों को प्रदान करने के लिए भारी निवेश किया है. अब ग्राहकों को 5जी सर्विस का लाभ उठाने के लिए 71 फीसदी ज्यादा शुल्क देना होगा. हालांकि अगर कंपनियां एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) 15 से 17 फीसदी भी बढ़ाती तो उन्हें अपनी लागत वापस मिल जाती.


5जी सर्विस के लिए देने होंगे ज्यादा पैसे


इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार रिलायंस जियो और भारती एयरटेल के ग्राहकों को 5जी सर्विस का लाभ लेने के लिए पहले से अधिक पैसे खर्च करने होंगे. जियो के ग्राहकों को 5जी सर्विस के लिए पहले के मुकाबले 46 फीसदी ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे. वहीं भारती एयरटेल यूजर्स के लिए यह खर्च 71 फीसदी से ज्यादा है.


रिलायंस जियो यूजर्स को नए टैरिफ प्लान के मुताबिक अब 2जीबी डेटा प्रतिदिन के लिए 349 रुपये चुकाने होंगे. पहले 239 रुपये के बेस पैक पर ग्राहकों को 1.5जीबी डेटा प्रतिदिन मिलता था. वहीं एयरटेल यूजर को अब 2.5 जीबी डेटा प्रतिदिन के लिए 409 रुपये का शुल्क देना होगा. पहले ग्राहको को 1.5 जीबी डेटा के लिए केवल 239 रुपये देने पड़ते थे.


ग्राहकों पर पड़ेगा 47,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ


रिपोर्ट में Goldman Sachs के अनुमान के हिसाब से कहा गया है- जियो के टैरिफ प्लान में बढ़ोतरी के फैसले के बाद एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) में 17 फीसदी की बढ़ोतरी आने की आशंका है. वहीं एयरटेल ने अपने मोबाइल टैरिफ प्लान में 11 से 21 फीसदी तक की बढ़ोतरी का फैसला किया है. इसके अलावा वोडाफोन और आइडिया ने भी अपने टैरिफ प्लान में 10 से 23 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है. मोबाइल टेलीकॉम कंपनियों ने दिसंबर 2021 से मोबाइल टैरिफ नहीं बढ़ाया था.


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