टमाटर के दाम में भारी इजाफे के बाद अब दूसरी सब्जियों के दाम भी तेजी से बढ़े हैं. मुंबई और दिल्ली जैसे महानगरों में सब्जियों की महंगाई आसमान छू रही है. टमाटर अभी भी 50 से 70 रुपये किलो बिक रहा है लेकिन करेला, लौकी, शिमला मिर्च और खीरा जैसी मौसमी सब्जियां भी काफी महंगी हो गई हैं. देश के कई हिस्सों में भारी बारिश की वजह से सब्जियों की सप्लाई में दिक्कतें आ रही हैं. होलसेल मार्केट में सब्जियों की पहुंच नहीं होने से खुदरा बाजार में इनकी कीमत बढ़ रही है.
करेले से लेकर शिमला मिर्च तक, मौसमी सब्जियां भी महंगी
दिल्ली के होलसेल मार्केट में हिमाचल और कर्नाटक से टमाटरों की आवक कम हो गई है. पिछले सीजन में टमाटरों के दाम काफी गिर जाने की वजह से किसानों ने इसकी खेती इस बार घटा दी थी. इसके साथ ही भारी बारिश ने भी कई जगह फसल बरबाद कर दी थी. टमाटर महंगा होने की एक वजह यह भी है. महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु से लेकर केरल तक टमाटरों की सप्लाई पर असर पड़ा है. टमाटरों के महंगे होने के बाद अब मौसमी सब्जियां भी महंगी हो गई हैं. शिमला मिर्च, फ्रेंच बीन्स, खीरा, करेले, लौकी और कद्दू भी महंगे बिक रहे हैं. दिल्ली के खुदरा दुकानदार शिमला मिर्च 50 रुपये किलो बेच रहे हैं. वहीं फ्रेंच बीन्स 100 रुपये के पार है. खीरा 40 रुपये, करेला 30 रुपये और लौकी 30 रुपये किलो बिक रही है.
सब्जी बेचने वाले इसके लिए ट्रांसपोर्टेशन की बढ़ी लागत को भी जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. उनका कहना है कि डीजल की बढ़ी कीमतों के बाद ट्रांसपोर्टरों ने माल ढुलाई महंगी कर दी है. इससे सब्जियां महंगी हो गई हैं.हिमाचल और उत्तराखंड से इस वक्त जो सब्जियां आती थीं उनके दाम भी बढ़ गए हैं. इन दोनों राज्यों से आने वाली सब्जियां, जैसे गोभी, हरी मटर और फ्रेंच बीन्स के दाम काफी बढ़ गए हैं. थोक मंडी में फ्रेंच बीन्स 50 से 70 रुपये और हरी मटर 70 से 80 रुपये किलो बिक रही है.