UP Investment: उत्तर प्रदेश की नीतियों और निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल के चलते इस प्रदेश में निवेशकों की रुचि बढ़ती जा रही है. बीते कल अहमदाबाद के 22 निवेशकों ने मेमोरंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (MoUs) के तहत 40790 करोड़ रुपये का निवेश उत्तर प्रदेश में करने की प्रतिबद्धता जताई है. शुक्रवार को अहमदाबाद के क्राउन प्लाजा में आयोजित रोड शो और B2G बैठकों में इस बात का फैसला और एलान हुआ है.
उत्तर प्रदेश में 50 हजार से ज्यादा रोजगार के मौके बनेंगे
इन निवेशों की खास बात ये है कि इनके जरिए उत्तर प्रदेश में 50 हजार से ज्यादा रोजगार के मौके राज्य में सीधे तौर पर या अप्रत्यक्ष तौर पर बनेंगे. इसी समय पर कई अन्य निवेशकों ने भी उत्तर प्रदेश में हजारों करोड़ रुपये के निवेश की इच्छा जताई है. इन निवेशकों के इस निवेश को यूपी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-23 में अंतिम रूप दिया जाएगा. ये निवेशक फरवरी 2023 में लखनऊ में होने वाले यूपी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में अपने इंवेस्टमेंट को फाइनल कर देंगे.
कैबिनेट मंत्रियों के साथ कई अन्य अधिकारी भी शामिल रहे
अहमदाबाद में हुई B2G बैठकों और रोड शो का नेतृत्व कैबिनेट मंत्री एके शर्मा ने किया. उनके साथ कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद, राज्य मंत्री जयेंद्र प्रताप सिंह राठौड़ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सलाहकार अवनीश अवस्थी, जीएन सिंह के साथ उत्तर प्रदेश के कई और वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे. शहरी विकास और ऊर्जा मंत्री एके शर्मा और केंद्रीय समाज कल्याण विभाग मंत्री जितिन प्रसाद ने उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए निवेशकों को आमंत्रित किया. इस दौरान उन्होंने यूपी की योगी सरकार की इंवेस्टमेंट फ्रेंडली पॉलिसी के बारे में भी जानकारी दी. इस कार्यक्रम के दौरान राज्यमंत्री जयेंद्र प्रताप सिंह राठौड़ ने कहा कि उत्तर प्रदेश की नीतियां और माहौल सबसे अच्छी हैं, लिहाजा हम आप सभी को यूपी के बड़े बाजार से लाभ उठाने के लिए आमंत्रित करते हैं.
इसी कार्यक्रम में जानकारी दी गई है कि अमूल 900 करोड़ रुपये के निवेश से एक दूध के प्लांट की स्थापना बागपत में करेगा.
रोड शो से पहले बिजनेस टू गवर्नमेंट (B2G) बैठकों का दौर सारे दिन चला. इस दौरान 30 हजार से ज्यादा निवेशकों ने उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधि मंडल से राज्य में निवेश की क्या संभावनाएं हैं, इस पर जानकारी ली. इसके अलावा उन्होंने इस बात की भी जानकारी ली कि राज्य की नीतियों के जरिए उन्हें निवेश करने पर क्या छूट और राहतें मिल सकती हैं. गुजरात की एक जानी-मानी फार्मास्यूटिकल कंपनी टौरेंट फार्मा ने इस दौरान सबसे बड़ा एमओयू साइन किया है जिसकी कीमत 25,000 करोड़ रुपये है. इसके साथ अमूल ने उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एक मिल्क प्लांट लगाने के लिए 900 करोड़ रुपये का एमओयू साइन किया है. इसके अलावा 9 एमओयू ऐसे साइन हुए जिनकी कीमत 1000 रुपये से ज्यादा के हैं. सबको मिलाकर कुल 40,790 करोड़ रुपये के एमओयू इस दौरान साइन हुए हैं.
इन सेक्टर्स में निवेश करने पर सहमति बनी है
उत्तर प्रदेश को अहमदाबाद के निवेशकों के जरिए मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट्स, डेयरी फार्म, रिसर्च एंड डेवलपमेंट लैब, रीन्यूएबल एनर्जी, सोलर सिटी, फार्मा पार्क, ग्रीन हाईड्रोजन इंफ्रास्ट्रक्चर, टैक्सटाइल, मैन्यूफैक्चरिंग, फार्मास्यूटिकल्स, मेडिकल डिवाइस पार्क, ड्रग्स, हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स, होटल इंडस्ट्री, टूरिज्म, कैमिकल सेक्टर, फूड एंड ब्रीवरेज इंडस्ट्री, स्पोर्ट्स इंडस्ट्री, वेस्ट मैनेजमेंट सॉल्यूशन, मल्टी स्पेशयलिटी हॉस्पिटल, हाइड्रो पावर प्लांट, पेट्रोकेमिकल इंडस्ट्री, डेटा सेंटर के अलावा लॉजिस्टिक्स एंड वेयरहाउसिंग सेक्टर्स के तहत निवेश मिले हैं.
निवेशकों की लिस्ट
निवेशक MoU (करोड़ में) रोजगार
टौरेंट फार्मा 25000 7900
अरविंद मिल्स लिमिटेड 100 2000
जायडस लाइफसाइंसेज 1100 2000
प्लेटिनम टाइ-अप प्राइवेट लिमिटेड 300 400
हाईराइज हॉस्पिटलेटी 1000 500
ट्रांसटाडिया एंटरप्राइज 500 700
वाडीलाल 300 600
शैलबी लिमिटेड 200 500
मैक्लेक टेक्निकल 2000 7600
अजुल डेनिमकार्ट लिमिटेड 25 1500
बालाजी फूड्स प्राइवेट लिमिटेड 500 1200
FTA HSRP सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड 75 500
हेस्टर बायोसाइंसेज लिमिटेड 35 200
अमूल इंडिया 900 4400
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