Ahmedabad International Airport: नागरिक उड्डयन क्षेत्र में कार्बन उत्सर्जन के लिए न केवल हवाई जहाज, बल्कि हवाई अड्डे भी जिम्मेदार हैं. नई दिल्ली, मुंबई, कोच्चि और वडोदरा जैसे एयरपोर्ट्स ने अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं. और अब अहमदाबाद का सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (अहमदाबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट) भी इस लीग में शामिल होते हुए कार्बन उत्सर्जन को घटाने और हर तरफ हरियाली लाने के लिए बड़ा कदम उठा रहा है.
ग्रीन कवर बढ़ाने के वैश्विक दृष्टिकोण के अनुरूप, एसवीपीआईए ने हवाई अड्डे पर लगभग 20 विभिन्न प्रजातियों के 2,000 से अधिक पेड़ लगाए हैं. एक साल पहले अहमदाबाद एयरपोर्ट के निजीकरण से पहले एयरपोर्ट पर लगभग 6000 पेड़ लगे थे और लेकिन एक साल की छोटी अवधि में 2000 नए पेड़ लगाये गए हैं और अब कुल पेड़ों की संख्या बढ़कर 8000 पर जा पहुंची है. जिससे एयरपोर्ट पर अब हरियाली ही हरियाली नजर आती है. इसके चलते कार्बन उत्सर्जन में कमी आई है. सरदार वल्लभ पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने एयरपोर्ट के भीतर और टर्मिनल बिल्डिंग के बाहर हरियाली बढ़ाने के लिए कई कदम उठाये हैं.
निजीकरण के 1 साल की छोटी अवधि में, हवाई अड्डे ने लगभग 2000 वर्ग मीटर में झाड़ियों को जोड़ा है और 1200 वर्ग मीटर का ग्रीन कवर लॉन तैयार किया है. एसवीपीआई हवाई अड्डे के सक्रिय प्रयासों से हरियाली बढ़ी है और विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से बेहतर सतत विकास और हरित भविष्य के लक्ष्य के करीब पहुंच रही है. पेड़ों की संख्या 6000 से अब बढ़कर 8000 हो गई है और अगले चार सालों में पेड़ों की संख्या को बढ़ाकर 20000 करने की योजना है. एक साल पहले 5000 वर्गमीटर में झाड़ियां थी जिसे जनवरी 2022 तक बढ़ाकर 7000 वर्गमीटर में किया गया है और आने वाले दिनों में इसे बढ़ाकर 10,000 वर्गमीटर में किए जाने का लक्ष्य है. ग्रीन कार्पेट लॉन को 10,000 वर्ग मीटर से बढ़ाकर 11200 वर्गमीटर पर किया गया है और आने वाले वर्षों में इसे 20,000 वर्गमीटर तक फैलाया जाएगा.
नए साल 2022 की शुरुआत बाहरी क्षेत्रों में लगभग 100 से ज्यादा ताड के पेड़, 5,000 से ज्यादा सजावटी झाड़ियों और 10,000 से ज्यादा फूलों के साथ एयरपोर्ट के आउटडोर एरिया को अपग्रेड किया गया है. टर्मिनल 1 और 2 के इनडोर को 400 से अधिक सजावटी प्लांटर्स और 2,500 से अधिक इनडोर पौधों के सजाया गया है, जो इनडोर माइक्रॉक्लाइमेट को आकर्षक बनाते हैं.
सरदार वल्लभ पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट में हरियाली, झाड़ियों और पेड़ों का मामला तक सीमित नहीं है बल्कि पर्यावरण मानकों और नियंत्रणों के कार्यान्वयन, हरित बुनियादी ढांचे, ध्वनि प्रदूषण को कम करने, स्थायी सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने, विकास सहित सभी स्तरों पर टिकाऊ प्रथाओं को सुनिश्चित करने, ईंधन की बचत, ऊर्जा और पानी व्यवस्थित पुनर्चक्रण से संबंधित संसाधन संरक्षण नीति को नियोजित के लिए एक वैश्विक दृष्टिकोण भी रखता है.
एसवीपीआईए द्वारा अपनाई गई कुशल हरित प्रथाएं उसे विश्वस्तरीय एयरपोर्ट बनाती है जो अपने यात्रियों के लिए सर्वश्रेष्ठ सेवा प्रदान करते हैं. इसके अलावा, एयरपोर्ट ने अपने मौजूदा संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल करने की दिशा में कार्य किया है. एसवीपीआईए उच्चतम सुरक्षा और सुरक्षा मानकों, कुशल और उपयोग में आसान सुविधाओं के माध्यम से ग्राहकों की अपेक्षाओं से बेहतर सेवा देने के साथ अपने स्टेकहोल्डर्स के लिए उम्दा वैल्यू प्रदान करने का कार्य कर रहा है.
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