डेढ़-दो साल से पूरी दुनिया छंटनी का दौर देख रही है. लाखों लोग इस दौरान अपनी नौकरियां गंवा चुके हैं. छंटनी की मार से शायद ही कोई सेक्टर अछूता है. छंटनी के इस भयावह दौर में एक सरकारी कंपनी ने राहत भरी खबर दी है. कंपनी आने वाले दिनों में बड़े पैमाने पर नई भर्तियां करने वाली है.


इतनी हो जाएगी कर्मचारियों की संख्या


न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक खबर के अनुसार, सरकारी कंपनी एआई इंजीनियरिंग सर्विसेज जल्द ही 1000 नई भर्तियां करने की तैयारी में है. सरकारी कंपनी अपनी मेंटनेंस, रिपेयरिंग एंड ओवरहॉलिंग कैपेसिटी को बढ़ाना चाह रही है. नई भर्तियां कंपनी के इन्हीं प्रयासों का हिस्सा है. प्रस्तावित भर्ती से पहले कंपनी के कर्मचारियों की कुल संख्या करीब 5000 है. भर्तियों के बाद उनकी संख्या बढ़कर करीब 6000 हो जाएगी.


विनिवेश की तैयारी में सरकार


एआई इंजीनियरिंग सर्विसेज लिमिटेड यानी एआईईएसएल ने पिछले 3 साल के दौरान करीब 2000 करोड़ रुपये के सालाना रेवेन्यू का एवरेज दिया है. कंपनी अपनी क्षमता में विस्तार करने के लिए फंडिंग जुटाने पर भी ध्यान दे रही है. वहीं सरकार इस कंपनी का विनिवेश करने की योजना बना रही है.


कंपनी को इस बात से उम्मीद


एआई इंजीनियरिंग सर्विसेज को भारत के विमानन क्षेत्र के उभार से उम्मीदें हैं. भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते विमानन बाजारों में से एक है. हाल ही में भारतीय विमानन कंपनियों ने करीब 1,600 नए विमानों का ऑर्डर दिया है. जैसे-जैसे विमानों की संख्या बढ़ती जाएगी, एमआरओ सर्विसेज की डिमांड भी बढ़ेगी. एआई इंजीनियरिंग सर्विसेज को इस कारण अपने सर्विसेज की डिमांड बढ़ने की उम्मीद है और इसी कारण कंपनी आने वाले महीनों में 1000 लोगों को भर्ती करने की योजना पर काम कर रही है.


एयर इंडिया से रहा है कनेक्शन


कंपनी बेस एंड लाइन मेंटनेंस समेत कई तरह की सर्विसेज प्रोवाइड करती है. कंपनी लैडिंग गियर, एवियॉनिक्स एक्सेसरीज एंड कंपोनेंट्स आदि की ओवरहॉल की सर्विस भी देती है. पहले यह कंपनी एयर इंडिया का हिस्सा हुआ करती थी. एयर इंडिया अब विनिवेश के बाद टाटा समूह के पास जा चुकी है. उसके बाद एआई इंजीनियरिंग सर्विसेज अब एआई एसेट्स होल्डिंग लिमिटेड के पार्ट के तौर पर काम कर रही है.


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