AI Generated Music: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का जलवा दुनिया में हर क्षेत्र में फैल रहा है. एआई तस्वीरें, एआई कंटेट, एआई प्रेजेंटेशन, एआई गैजेट्स, एआई ऐप्स से लेकर तमाम तरीके के संसार में एआई की घुसपैठ हो चुकी है. शायद आपको पता हो या नहीं लेकिन ये सच है कि धीरे-धीरे एआई हमारी आम जिंदगी में अपनी पैठ बढ़ाता जा रहा है. अब संगीत की दुनिया में एआई का करिश्मा देखने को मिल रहा है और विश्व का पहला एआई जेनरेटेड म्यूजिक एल्बम भी आ चुका है.
दुनिया के पहले एआई जेनरेटेड म्यूजिक वीडियो ने बटोरी सुर्खियां
वॉश्ड आउट के लेटेस्ट एल्बम, "द हार्डेस्ट पार्ट" का चार मिनट का म्यूजिक वीडियो पूरी तरह से ओपनएआई के टेक्स्ट-टू-वीडियो मॉडल, सोरा के साथ बनाया गया था. द हार्डेस्ट पार्ट का म्यूजिक वीडियो, एक मेन म्यूजिक आर्टिस्ट, फिल्ममेकर और ओपनएआई के सोरा टेक्स्ट-टू-वीडियो जनरेटर के बीच पहला सहयोग है. यह AI का इस्तेमाल करके बनाया गया अब तक का सबसे लंबा वीडियो भी है.
बीते हफ्तों में एआई-बेस्ड म्यूजिक बनाने वाले ऐप भी कंज्यूमर तक पहुंचे
दूसरे जेनरेटिव एआई टूल की तरह, दो प्रोडक्ट - सुनो और यूडियो ऐप के तौर पर ऑप्शन बनकर आए हैं जो यूजर्स के हिंट या कीवर्ड्स को आउटपुट में बदलकर काम करते हैं. उदाहरण के लिए ऐसा गाना जो बारिश के दौरान बूंदों और धरती के बीच आ रही साउंड को म्यूजिक की एक ऑडियो फाइल के तौर पर तैयार कर देगा जिसमें म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स और साउंड का समन्वय होगा. इस आउटपुट को एमपी3 फाइल के जरिए डाउनलोड भी किया जा सकता है.
एआई बेस्ड म्यूजिक में क्या हो सकता है खास
यूजर्स के पास गाने के लिए एआई को संकेत देने या अपने खुद के गीत लिखने का ऑप्शन होता है.
कुछ ऐप सजेशन देते हैं कि दोनों ऑप्शन यूज करते समय एआई सबसे अच्छा काम करता है.
म्यूजिक इंडस्ट्री की अहम आशंकाएं
सुर के कलाकारों और संगीतकारों को एआई म्यूजिक से एक बहुत बड़े खतरे का आभास लगता है. एआई म्यूजिक तो जेनेरेट कर देगा लेकिन ऐसा गीत संगीत रचने के बाद इन साउंड का मालिक कौन है, इन पर कैसे कॉपीराइट का कानून लगेगा और ये कैसे मौलिकता पर आघात करेंगे, इसको लेकर तमाम सवाल उठाए जा रहे हैं. पिछले साल, हॉलीवुड में राइटर आंशिक रूप से इस मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए थे कि उनके पेशे में जेनेरिक एआई का यूज कैसे किया जा सकता है. अब एआई टेक्नीक के जरिए वोकल प्रोफाइल के अनचाहे यूज की वजह से म्यूजिक इंडस्ट्री में कमाई के खतरे के बारे में भी इसी तरह की चिंता है.
इन सवालों का जवाब मिलना जरूरी
- क्या एआई-जेनेरेटेड वॉइस रिकॉर्डिंग को कानून की नजर में कॉपीराइट करार दिया जा सकता है?
- ऐसा होने के लिए कॉपीराइट मिलने और राइटर के इंसान होने की शर्त के साथ और कौन सी शर्तें रखी जाएंगी?
- क्या किसी यूजर को राइटर माना जाएगा या कॉपीराइट के लिए वॉइस रिकॉर्डिंग को लेखकहीन के रूप में क्लासीफाइड किया जाएगा?
- चैटजीपीटी कंटेट पर इसी प्रकार यह नियम कैसे लागू होगा?
रॉयल्टी फ्री म्यूजिक, आर्टीफिशियल संगीत के कारोबारी इफेक्ट को लेकर भी चिंताएं
म्यूजिक की रॉयल्टी, क्रिएटिव राइट्स, कॉपीराइट से जुड़ी कारोबारी चिंताएं भी सामने आ रही हैं कि ओरिजनल कलाकारों क ना बुलाकर ऐप बेस्ड एआई जेनरेटिड म्यूजिक का चलन बढ़ सकता है. किसी जाने-माने कलाकार की नकल करने के बारे में क्या किया जाएगा? म्यूजिक इंडस्ट्री में पॉपुलर सिंगर की नकल करने वाले नए गाने बनाने के लिए जेनरेटिव एआई का उपयोग होने में शंका नहीं है और ये सोच का विषय है. उदाहरण के लिए कुछ एआई टेक्नीक (सुनो या उडियो नहीं) अब जॉनी कैश को टेलर स्विफ्ट का ब्लैंक स्पेस गाने पर मजबूर कर सकती हैं. जी हां ये संभव है और जिस तरह से आई वॉयस घोटाले भी बढ़ रहे हैं ये और ज्यादा परेशानी भरा मामला बन सकता है.