आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पिछले एक साल का सबसे चर्चित टॉपिक है. एआई के डेवलपमेंट के बीच सबसे ज्यादा बहस इस बात पर हो रही है कि आने वाले समय में जॉब मार्केट पर इसका क्या असर होगा. इन सब के बीच अब एक एआई कंपनी चर्चा बटोर रही है. यहां भी चर्चा के केंद्र में जॉब ही है, लेकिन चर्चा की वजह एकदम अलग है.


यह मामला है जेनरेटिव एआई स्टार्टअप कंपनी Cohere का. खबरों में ऐसा कहा जा रहा है कि एआई स्टार्टअप कंपनी छंटनी करने जा रही है. कंपनी ने इसके बारे में प्रभावित होने वाले कर्मचारियों के सूचित कर दिया है. मजेदार है कि स्टार्टअप कंपनी ने छंटनी की तैयारियां ऐसे समय में शुरू की हैं, जब महज एक दिन पहले उसने भारी-भरकम फंड जुटाने में सफलता हासिल की है.


एक दिन पहले मिला इतना फंड


फॉर्च्यून की एक रिपोर्ट के अनुसार, स्टार्टअप Cohere ने इसी सप्ताह मंगलवार को नए फंडिंग राउंड में 500 मिलियन डॉलर की पूंजी जुटाई और अब छंटनी करने जा रही है. एक दिन पहले कंपनी नई पूंजी जुटाने और मूल्याकंन के नए उच्च स्तर को लेकर चर्चा में थी. ताजे फंडिंग राउंड में कंपनी की वैल्यू 5.5 बिलियन डॉलर आंकी गई है. उसके एक दिन बाद कंपनी छंटनी को लेकर चर्चा में है.


5 फीसदी वर्कफोर्स पर असर


रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी अपने करीब 20 कर्मचारियों को काम से निकाल रही है. कंपनी के पास अभी कुल 400 कर्मचारियों का वर्कफोर्स है. यानी कंपनी अपने वर्कफोर्स से करीब 5 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है. कंपनी के सीईओ ऐदान गोमेज ने कर्मचारियों को लेटर लिखकर संभावित छंटनी के बारे में बताया है.


सीईओ ने बताया छंटनी का ये कारण


गोमेज का कहना है कि इंडस्ट्री में आगे व उच्च प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि सही जगहों पर सही लोग हों. यही सुनिश्चित करने के लिए कंपनी छंटनी कर रही है. साथ ही उन्होंने यह भरोसा भी दिलाया कि उनकी एआई स्टार्टअप कंपनी आगे भी तेजी से लोगों को हायर करना जारी रखेगी. कंपनी का फोकस खाली पदों को भरने और ग्रोथ के लिए चुने गए रणनीतिक क्षेत्रों में नए लोगों को लाने पर रहेगा.


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