AC Sales Increases: इस वर्ष भीषण गर्मी पड़ रही है जिससे आम लोग परेशान हैं. लेकिन ये गर्मी एसी (Air Conditioners) बनाने वाली कंपनियों को लिए बेहतरीन साबित हो रहा है. रूस यूक्रेन युद्ध के चलते कमोडिटी के दाम बढ़े हैं तो एसी के पार्टस की सप्लाई भी बाधित हुई है बावजूद इसके देश में रिकॉर्ड संख्या में एसी की सेल्स देखी जा रही है.
एसी की मैन्युफैकचरिंग में कई इंपोर्टेड कॉम्पोनेंट का इस्तेमाल किया जाता है जिसमें इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स के अलावा कॉपर, एल्युमिनियम शामिल है. लेकिन रूस यूक्रेन युद्ध और चीन के कुछ शहरों में लॉकडाउन के चलते सप्लाई पर असर पड़ा है जिसके चलते कमोडिटी के दाम बढ़े हैं तो फलस्वरुप 10 से 12 फीसदी एसी बीते साल के मुकाबले महंगा हो चुका है. यानि एसी खरीदने के लिए 4,000 से 6,000 रुपये ज्यादा खर्च करना पड़ रहा है. बावजूद इसके एसी के सेल्स में तेजी बरकरार है.
इस वर्ष जबरदस्त गर्मी के चलते मार्च महीने में 15 लाख के करीब एसी की बिक्री हुई है. जो अबतक का रिकॉर्ड है. इससे पहले 9,80,000 एसी एक महीने में बिकने का रिकॉर्ड रहा था. माना जा रहा है कि भारी मांग के चलते इस वर्ष 9 मिलियन के करीब एसी बिकने के आसार हैं. जबकि 2021 में केवल 7.5 मिलियन एसी बिका था.
भारत में अभी भी एसी को लग्जरी के तौर पर देखा जाता है. और केवल 8 फीसदी घरों में एसी है जबकि यूरोप एशिया के कई देशों में 50 फीसदी से ज्यादा घरों में एसी लगा है. इंडस्ट्री अनुमानों के मुताबिक 2026 तक भारत में 13 फीसदी घरों में एसी लगा होगा.
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