वंदे भारत को भारतीय रेल के लिए टर्निंग पॉइंट माना जा रहा है. स्वदेशी वंदे भारत ट्रेन रेलवे से सफर के अनुभव को आधुनिक और आरामदायक बना रही है. वंदे भारत का असर काफी व्यापक रूप से दिख रहा है. अब एक स्टडी का कहना है कि इस नई ट्रेन के चलते कई शहरों के विमानन किराए प्रभावित हो रहे हैं और हवाई जहाज से सफर करने का किराया कम हो रहा है.
कम होने लगे कई रूट पर टिकटों के रेट
ईटी की एक रिपोर्ट में वंदे भारत ट्रेन पर डेटा फाइंडिंग्स के हवाले से बताया गया है कि कई रूट पर वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत के बाद विमानों के किराए में गिरावट देखी गई है. उदाहरण के लिए रिपोर्ट में चेन्नई-बेंगलुरू, तिरुवनतंपुरम-कसारगोड, मुंबई-पुणे, जामनगर-अहमदाबाद और दिल्ली-जयपुर मार्गों का जिक्र किया गया है. ऐसा दावा है कि अप्रैल 2023 की तुलना में अभी इन शहरों के बीच के फ्लाइट के टिकटों के रेट 20 से 30 फीसदी तक कम हो गए हैं.
ऐसे तय होता है फ्लाइट का किराया
दरअसल विमानों के टिकटों के रेट डायनैमिक तरीके से तय होते हैं. डायनैमिक प्राइसिंग का मतलब होता है कि अगर किसी भी रूट के लिए टिकट की डिमांड व इन्क्वायरी में तेजी आती है तो स्वत: ही उस रूट पर किराया बढ़ जाता है. वहीं डिमांड या इन्क्वायरी कम होने पर किराए में कमी आती है. अभी स्टडी में जिन रूट पर किराया कम होने की बात कही गई है, उन सभी रूट पर बीते कुछ महीनों के भीतर वंदे भारत ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ है.
इतने फीसदी यात्री हो गए शिफ्ट
इस आधार पर कहा जा रहा है कि वंदे भारत ट्रेनों के शुरू होने से किराए में कमी आई है, क्योंकि इन ट्रेनों के चलते कई लोग अब फ्लाइट से सफर के बजाय रेलवे से सफर करने का विकल्प चुनने लगे हैं. इस संबंध में बताया जा रहा है कि ऐसे यात्रियों की संख्या विमानन कंपनियों के कस्टमर बेस के 10 से 20 फीसदी के बराबर है, जो अब वंदे भारत ट्रेन के यात्री बन चुके हैं.
इस उदाहरण से समझें सारा गणित
विमानों के किराए में कमी को इसी बात से जोड़ा जा रहा है. वैसे यह बात कुछ हद तक स्वाभाविक भी लगती है. उदाहरण के लिए दिल्ली-जयपुर फ्लाइट का देख सकते हैं. अभी इन दोनों शहरों के बीच फ्लाइट का किराया करीब 2000 रुपये से शुरू है, जबकि विमान से यात्रा में एक घंटे लगते हैं. उसके अलावा यात्रियों को प्लेन पर बोर्ड करने के लिए करीब 2 घंटे पहले ही एयरपोर्ट पर पहुंचना होता है और डीबोर्ड करते समय भी एकाध घंटे का समय लगता है. इस तरह देखें तो कुल समय 4 घंटे से ज्यादा हो जाते हैं. वहीं वंदे भारत ट्रेन 800 रुपये में और करीब-करीब 5 घंटे में यह यात्रा करा देती है. यानी समय लगभग उतना ही, लेकिन किराया आधे से भी कम. ऐसे में यात्रियों का विकल्प शिफ्ट होना बड़ी बात नहीं है.
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