एयर इंडिया के 77 साल पुराने महाराजा की व‍िदाई अभी नहीं होगी. हालांकि ये अब एक नए रोल में नजर आएंगे, जिनका कार्यभार कम कर दिया जाएगा. ये एक शुभंकर के रोल के बजाय, मोटे पेट वाले प्‍यारे महाराजा अब एयरलाइन की प्रीमियम क्‍लास और एयरपोर्ट के लाउंस में मौजूद हो सकते हैं. यह एयर इंडिया के रीब्रांडिंग का हिस्‍सा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आज यानी 10 अगस्‍त को नई दिल्‍ली में टाटा ग्रुप के टॉप अधिकारियों की उपस्थिति में पेश होने की उम्‍मीद है. 


नए रंग रूप में नजर आएगा एयर इंडिया 


एयरलाइन के मौजूदा लोगो में एक खास नारंगी कोणार्क चक्र के साथ एक लाल हंस है. इसमें बदलाव के बाद तीन रंगों- लाल, सफेद और बैंगनी के संयोजन वाली पोशाक के लिए रास्‍ता बनाने की उम्‍मीद है. लाल और सफेद रंग पहले से ही एयर इंडिया में रहे हैं, जबकि बैंगनी विस्‍तार से लिया गया है. ऐसे में एयर इंडिया का रंग और रूप पूरी तरह से बदल सकता है. इस साल की शुरुआत में एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने कहा था कि एयरलाइन रीब्रांडिंग यात्रा के हिस्से के रूप में कई नई सेवाएं शुरू करने के लिए तैयार है. 


महाराजा की नहीं होगी छुट्टी


रिपोर्ट में कहा गया है कि महाराजा की छुट्टी नहीं की जाएगी. इसका एक न‍िश्चित उम्र के लोगों के साथ गहरा जुड़ाव है. ऐसे में एयरलाइन यात्रियों की यादों को बरकरार रखना चा‍हती है. ऐसे में महाराजा को एक नया रोल मिल सकता है. इसके अलावा, यह महसूस किया गया है कि महाराजा अभी भी यात्रियों के लिए 'सिंगापुर गर्ल' की तरह सिंगापुर एयरलाइंस के लिए जुड़ाव बना सकते हैं. 


कब आया थे महाराजा 


एयर इंडिया के महाराजा को 1946 में बॉबी कूका द्वारा बनाया गया था. कूका एयरलाइन के वाणिज्यिक निदेशक थे और महाराजा के व्यक्तित्व और महाराजा के आसपास एयर इंडिया ब्रांड बनाने में इनका अहम रोल रहा है. अब यह एयर इंडिया के रीब्रांड्रिंग का हिस्‍सा है. इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए दिसंबर 2022 में लंदन स्थित ब्रांड और डिजाइन कंसल्टेंसी कंपनी फ्यूचरब्रांड्स को शामिल करने के बाद इसमें तेजी आई है. ब्रांड के उल्लेखनीय परिवर्तन के साथ, एआई अपनी वित्तीय स्थिति में भी बदलाव की उम्मीद कर रहा है. 


3 हजार करोड़ का फंड जुटा रही एयर इंडिया 


टाटा ग्रुप की एयर इंडिया करीब 3 हजार करोड़ रुपये जुटाने को लेकर कॉमर्शियल बैंकों से बातचीत कर रही है. बिसनेस स्‍टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, 3000 करोड़ रुपये का लोन एयरलाइन को पट्टेदारों के साथ सेल और लीजबैक डील के तहत डाउन पेमेंट करने की आवश्‍यकता है. बता दें कि इस साल फरवरी में एयरलाइन ने 470 विमानों का ऑर्डर दिया था. 


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