Airline Travelers Data: जून के मुकाबले जुलाई में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने अपने ताजा हवाई यातायात आंकड़ों में कहा कि घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या जुलाई में घटकर 97.05 लाख रह गई, जो जून में 1.051 करोड़ थी. इस तरह देखा जाए तो देश में मानसून के सीजन में हवाई यात्रा करने वालों की संख्या में कमी उसी पैटर्न को दिखाती है जो हर साल देखा जाता है.
जनवरी-जुलाई के दौरान बढ़े हवाई यात्री
डीजीसीए के आंकड़ों के अनुसार, घरेलू एयरलाइंस द्वारा जनवरी-जुलाई 2022 की अवधि के दौरान यात्रियों की संख्या 669.54 लाख थी, जो 2021 की इसी अवधि के दौरान 393.44 लाख थी, जिससे 70.18 फीसदी की वार्षिक वृद्धि और 93.82 फीसदी की मासिक वृद्धि दर्ज की गई. जुलाई में यात्री भार कारक या एयरलाइनों का अधिभोग 75 फीसदी से 85 फीसदी के बीच रहा.
स्पाइसजेट ने दर्ज की सबसे ज्यादा ऑक्यूपेंसी
स्पाइसजेट ने सबसे ज्यादा 84.7 फीसदी ऑक्यूपेंसी दर्ज की, इसके बाद इंडिगो (77.7 फीसदी), एयर इंडिया (71.1 फीसदी) और गो फर्स्ट (76.5 फीसदी) का स्थान रहा. इस तरह स्पाइसजेट विभिन्न विवादों में रहने के बावजूद हवाई यात्रियों की पसंद बनी रही.
हाल ही में DGCA ने हटाई किराये की लिमिट
कोविड महामारी के बाद एयरलाइन सेक्टर सबसे बुरी तरह प्रभावित था और विमानन ईंधन की बढ़ती दर ने केवल एयरलाइंस के संकट को जोड़ा. हाल ही में डीजीसीए ने हवाई किराए की निचली और ऊपरी सीमा को हटाने की घोषणा की थी. एयरलाइंस का विचार था कि क्षेत्र की फुल रिकवरी के लिए मूल्य निर्धारण की सीमा को हटाना आवश्यक है.
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