Delhi Airport Accident: केंद्र सरकार ने सभी घरेलू एयरलाइंस को ये सुनिश्चित करने को कहा है कि दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल-1डी पर हुए हादसे के चलते दिल्ली से उड़ान भरने या यहां आने वाले उड़ानों के हवाई किरायों में कोई असामान्य बढ़ोतरी ना हो. मंत्रालय ने एयरलाइंस को इस दिशा में जरूरी कदम उठाने को कहा है. 


सोशल मीडिया फ्लेटफॉर्म एक्स पर अपने आधिकारिक हैंडल पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने लिखा कि इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 पर हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे को देखते हुए, सभी एयरलाइंस को ये सलाह दी जाती है कि वे सुनिश्चित करें कि दिल्ली आने या यहां से उड़ान भरने वाले उड़ानों के किरायों में कोई असमान्य बढ़ोतरी ना हो और इस दिशा में जरूरी उठायें जाएं.  






नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अपने पोस्ट में लिखा कि एयरपोर्ट पर हुए इस हादसे के चलते उड़ानों के रद्द करने या रीशेड्यूल करने पर यात्रियों से कोई पेनल्टी चार्ज नहीं वसूला जाएगा. 






शुक्रवार सुबह दिल्ली एनसीआर में जोरदार बारिश के चलते इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 का एक छत का हिस्सा गिर गया. इस हादसे में एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई और छह लोग घाटल हो गए. इस हादसे के बाद इस टर्मिनल से उड़ानों के परिचालन को सस्पेंड करना पड़ा.  टर्मिनल-1 से इंडिगो और स्पाइसजेट की घरेलू उड़ानों का संचालन होता है. टी-1 के बंद होने के कारण कई उड़ानें रद्द कर दी गई हैं और परिचालन को अस्थायी रूप से टी-2 और टी-3 पर स्थानांतरित कर दिया गया है. 


पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 पर हुए इस हादसे के बाद इंडिगो ने 62 जाने वाली और सात आने वाली उड़ानों को रद्द कर दिया है, जबकि स्पाइसजेट ने आठ जाने वाली और चार आने वाली उड़ानों को रद्द किया है. 


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