कोरोना महामारी के मामले लगभग समाप्त होने के बाद अब पूरी दुनिया में पाबंदियां खत्म हो रही हैं. भारत में पाबंदियों को समाप्त हुए लंबा समय बीत चुका है. ऐसे में पिछले साल घरेलू हवाई यात्रा में अच्छी तेजी आई. इससे एयरपोर्ट अथॉरिटी (Airport Authority Of India) को खासी मदद मिली और महामारी के बाद पहली बार मुनाफा (AAI Profit) कमाने में सफलता हाथ लगी.


इस कारण से हुआ मुनाफा


पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी एएआई पिछले वित्त वर्ष के दौरान मुनाफे में लौट आया. बीते वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान एयरपोर्ट अथॉरिटी को 3,400 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ. रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि एएआई को यह मुनाफा घरेलू हवाई यातायात (Domestic Air Traffic) बढ़ने से हुआ है.


आंकड़ों में हो सकता है बदलाव


एएआई ने कोविड महामारी के बाद पहली बार मुनाफा कमाया है. इससे पहले एएआई को वित्त वर्ष 2021-22 में 803.72 करोड़ रुपये का और वित्त वर्ष 2020-21 में 3,176.12 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. एक सूत्र के अनुसार, एएआई को पिछले वित्त वर्ष के दौरान यानी 2022-23 में 3,400 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है. एएआई के मुनाफे का यह आंकड़ा फाइनल नहीं है और ऑडिट के बाद इसमें बदलाव हो सकता है.


इस तरह बढ़ी यात्रियों की संख्या


सूत्र ने यह भी कहा कि अच्छा प्रदर्शन मुख्य रूप से घरेलू हवाई यातायात में तेज बढ़ोतरी के कारण हुआ. घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या साल 2022 में सालाना आधार पर 47.05 फीसदी बढ़ी और 12.32 करोड़ पर पहुंच गई. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इस साल के पहले तीन महीनों में यात्रियों की संख्या 51.70 फीसदी बढ़कर 3.75 करोड़ हो गई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह संख्या 2.47 करोड़ थी.


यहां से होती है एएआई की कमाई


एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया देश में 137 हवाई अड्डों (Airports) का प्रबंधन करता है. इनमें 24 अंतरराष्ट्रीय और 80 घरेलू हवाई अड्डे शामिल हैं. यह पूरे भारतीय हवाई क्षेत्र और आस-पास के समुद्री क्षेत्रों में हवाई यातायात प्रबंधन सेवाएं यानी एटीएमएस (ATMS) भी मुहैया कराता है. हालांकि एएआई को मुख्य कमाई हवाई अड्डों के प्रबंधन से ही होती है.


लाभांश भुगतान से मिली थी छूट


आपको बता दें कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को सरकार ने मार्च 2022 में समाप्त हुए वित्त वर्ष के लिए अनिवार्य रूप से लाभांश के भुगतान की शर्त से छूट प्रदान की थी. एएआई ने सरकार से लाभांश के भुगतान (AAI Dividend Payment) से छूट प्रदान करने का अनुरोध किया था. एएआई ने छूट की मांग करते हुए एअर इंडिया के मामले का हवाला दिया था, जिसे जनवरी 2022 में टाटा समूह (Tata Group) के हाथों बेचे जाने से पहले सरकार ने लाभांश के भुगतान से छूट दी थी.


ये भी पढ़ें: संदेह से परे है अडानी समूह! इस दिग्गज वकील ने क्यों की ऐसी टिप्पणी? यहां जानें