लगातार छह तिमाहियों में घाटे के बाद एयरटेल ने पहली बार अक्टूबर-दिसंबर के दौरान 854 करोड़ रुपये का शानदार मुनाफा कमाया है. भारती इन्फ्राटेल और इंडस टावर्स के साथ विलय और डेटा यूजर्स बढ़ने की वजह से राजस्व में इजाफे ने कंपनी को मुनाफे में ला दिया है. चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में भारती एयरटेल का रेवेन्यू 24 फीसदी बढ़ कर 26,518 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.


एक करोड़ चालीस लाख यूजर्स बढ़े 


दिसंबर तिमाही में एयरटेल एक करोड़ चालीस लाख यूजर्स की बढ़ोतरी हुई. पिछली चार तिमाहियों की तुलना में यूजर्स की तादाद सबसे ज्यादा बढ़ी. इससे एवरेज रेवेन्यू पर यूजर यानी ARPU भी बढ़ा. जुलाई- सितंबर में यह 162 रुपये था जबकि अक्टूबर- दिसंबर में यह बढ़ कर 166 रुपये पर पहुंच गया. एयरटेल का कहना कि कंपनी के बोर्ड ने बॉन्ड के जरिये 7500 करोड़ रुपये जुटाने की इसकी योजना को मंजूरी दे दी है.


4जी सर्विस सब्सक्राइबर्स की तादाद में भी तेज इजाफा 


कंपनी के अच्छे प्रदर्शन की एक बड़ी वजह इसके 4जी ग्राहकों में इजाफे को बताया जा रहा है. एयरटेल में 4 जी ग्राहकों में तेज इजाफे से साबित होता है कि किसान आंदोलन के दौरान जियो के बॉयकाट का इसे फायदा मिला है. पंजाब-हरियाणा में बड़ी संख्या में लोगों ने जियो का कनेक्शन छोड़ कर एयरटेल की 4जी सर्विस ले लिया. हालांकि अभी भी एयरटेल का रेवेन्यू मार्केट शेयर रिलायंस जियो से कम है.


सितंबर तिमाही में एयरटेल की मार्केट की हिस्सेदारी 34.2 फीसदी थी और जियो की हिस्सेदारी 41.3 फीसदी. एयरटेल को हाल के दिनों में बड़ी संख्या में सब्सक्राइवर मिले हैं. यही वजह है कि दिसंबर तिमाही में इसके रेवेन्यू में इजाफा हुआ है. विश्लेषकों का कहना है  कि भारती एयरटेल ने हाल की तिमाहियों में अपनी योजनाओं को अच्छे ढंग से लागू किया है. इसी वजह से इनसका रेवेन्यू और मुनाफा बढ़ा है.


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