Bharti Hexacom IPO: भारती एयरटेल की इकाई भारती हेक्साकॉम को इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) के जरिए कैपिटल जुटाने के लिए शेयर बाजार रेगुलेटर सेबी की मंजूरी मिल गई है. भारती हेक्साकॉम के आईपीओ में कोई नया शेयर जारी नहीं किया जाएगा और यह पूरी तरह ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) पर आधारित होगा.
सेबी ने दी भारती हेक्साकॉम को आईपीओ के लिए मंजूरी
भारती हेक्साकॉम ने आईपीओ के लिए अपने डॉक्यूमेंट सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) में जनवरी में दाखिल किए थे. कंपनी को 11 मार्च को ऑब्जर्वेशन पेपर या निष्कर्ष पत्र मिल गया है. किसी भी कंपनी को आईपीओ लाने के लिए सेबी का ऑब्जर्वेशन पेपर जरूरी होता है. सेबी की भाषा में, ऑब्डर्वेशन पेपर हासिल करने का मतलब पब्लिक इश्यू जारी करने के लिए आगे बढ़ना है. भारती हेक्साकॉम राजस्थान और नॉर्थ ईस्ट में टेलीकॉम सर्विसेज मुहैया कराती है.
जानें ओएफएस की डिटेल्स
ओएफएस के तहत, टेलीकॉम कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड द्वारा 10 करोड़ इक्विटी शेयर बेचे जाएंगे. यह ऑफर भारती हेक्साकॉम के पेमेंट किए गए इक्विटी शेयर कैपिटल का 20 फीसदी है. ओएफएस के तहत, टेलीकॉम कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड की 10 करोड़ शेयर बेचे जाने की योजना है. भारती हेक्साकॉम आईपीओ में कोई नए इक्विटी शेयरों जारी नहीं होंगे और चूंकि यह बिक्री या ओएफएस के लिए एक प्रस्ताव है, और इस पब्लिक इश्यू से कोई आमदनी हासिल नहीं होगी. कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक, भारती एयरटेल के पास कंपनी की इक्विटी शेयर कैपिटल का 70 फीसदी हिस्सा है और टेलीकम्युनिकेशन कंसल्टेंट्स ऑफ इंडिया लिमिटेड के माध्यम से सरकार के पास 30 फीसदी हिस्सा है.
जानें कंपनी और इश्यू की कुछ और खास बातें
यह कस्टमर्स की संख्या के मामले में टॉप के ग्लोबल मोबाइल ऑपरेटरों में से एक है.
भारती हेक्साकॉम वित्त वर्ष 2023 तक कंसोलिडेटेड ऑपरेटिंग रेवेन्यू के मामले में भारत का सबसे बड़ा इंटीग्रेटेड कम्यूनिकेशन्स सॉल्यूशंस प्रोवाइडर है.
एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड, एक्सिस कैपिटल, बीओबी कैपिटल मार्केट्स, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज और आईआईएफएल सिक्योरिटीज इस इश्यू के बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं.
कंपनी के शेयरों को बीएसई और एनएसई पर लिस्टेड करने का प्रस्ताव है.
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