दिग्गज निवेशक वारेन बफे के करीबी अजीत जैन ने बर्कशायर हाथवे में अपनी लगभग आधी हिस्सेदारी बेच दी है. उन्होंने अपने हिस्से के आधे शेयरों की बिक्री ऐसे समय की है, जब हाल ही में वारेन बफे की कंपनी बर्कशायर हाथवे ने ट्रिलियन डॉलर एमकैप क्लब में एंट्री ली है.


करीब 7 लाख डॉलर के औसत भाव पर बिक्री


भारतीय मूल के अजीत जैन अभी बर्कशायर हाथवे के वाइस चेयरमैन हैं. उन्हें दिग्गज निवेशक वारेन बफे के करीबियों में गिना जाता है. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, अजीत जैन ने अपने हिस्से के 200 क्लास ए कॉमन स्टॉक्स की बिक्री की है. यह बिक्री 6,95,418 डॉलर प्रति शेयर की औसत कीमत पर हुई है. इससे जैन को करीब 139 मिलियन डॉलर मिले हैं.


अब अजीत जैन के पास बचे हैं इतने शेयर


इस बिक्री के बाद अजीत जैन के पास बर्कशायर हाथवे के 166 क्लास ए कॉमन स्टॉक्स बचे हैं. इस बार बेचे गए शेयर उनकी कुल हिस्सेदारी के 54 फीसदी के बराबर है. अब बचे शेयरों में 61 शेयर सीधे जैन के पास हैं. जैन फैमिली ट्रस्ट के पास बर्कशायर हाथवे के क्लास ए वाले 55 शेयर हैं. वहीं नॉन-प्रॉफिट कॉरपोरेशन जैन फाउंडेशन इंक के पास ऐसे 50 शेयर हैं.


1986 में बर्कशायर हाथवे से जुड़े थे अजीत जैन


अजीत जैन लंबे समय से वारेन बफे की कंपनी के साथ जुड़े हुए हैं. उन्होंने साल 1986 में बर्कशायर हाथवे के इंश्योरेंस बिजनेस को जॉइन किया था. उन्हें 2018 में बर्कशायर हाथवे का वाइस प्रेसिडेंट बनाया गया था. एक समय उन्हें बर्कशायर हाथवे में वारेन बफे का उत्तराधिकारी माना जा रहा था. वह अभी समूह के इंश्योरेंस बिजनेस को भी हेड कर रहे हैं.


अभी इतना है बर्कशायर हाथवे का बाजार पूंजीकरण


बर्कशायर हाथवे के क्लास ए कॉमन स्टॉक की वैल्यू गुरुवार को बाजार बंद होने के बाद 0.69 फीसदी कम होकर 6,75,380 डॉलर रही थी. कंपनी का बाजार पूंजीकरण बीते दिनों पहली बार 1 ट्रिलियन डॉलर के पार निकल गया था. हालिया करेक्शन के बाद गुरुवार की क्लोजिंग प्राइस के हिसाब से बर्कशायर हाथवे का बाजार पूंजीकरण 977.67 बिलियन डॉलर है.


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