चीनी कंपनी अलीबाबा ने यूसी वेब के 300 से ज्यादा भारतीय कर्मचारियों को निकाला
अलीबाबा ने यूसी वेब के मुंबई और गुड़गांव स्थित दफ्तरों में काम करने वाले 350 में से 90 फीसदी की छंटनी कर दी है.
चीन की कंपनी अलीबाबा ने यूसी वेब की इंडियन यूनिट्स के 350 कर्मचारियों में से 90 फीसदी की छंटनी कर दी है. भारत की ओर से 59 चीनी ऐप्स पर पाबंदी के बाद लगभग सभी ने यहां अपनी सर्विस बंद कर दी है. हिन्दुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक अलीबाबा ने यूसी वेब के मुंबई और गुड़गांव स्थित दफ्तरों में काम करने वाले 350 में से 90 फीसदी की छंटनी कर दी है. असोसिएट, मैनजेर स्तर और एंट्री लेवल के कर्मचारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये छंटनी की सूचना दी गई है. इन लोगों को 30 दिन का नोटिस दिया गया है.
गूगल क्रोम के बाद सबसे ज्यादा यूसी ब्राउजर होता था इस्तेमाल
यूसी वेब 2009 से भारत में काम कर रही है. यूसी वेब यूसी ब्राउजर और न्यूज एग्रीगेटर सर्विस यूसी न्यूज चलाती है. यूसी वेब के प्रवक्ता ने छंटनी की खबरों पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है. हालांकि उसने कहा है कि कंपनी ने सरकार की ओर से चीनी ऐप्स को बंद करने के निर्देश को देखते हुए यह कदम उठाया है. इसी के तहत इसने इसने ऐप सर्विस बंद कर दी है.
अलीबाबा के स्वामित्व वाले यूसी ब्राउजर के दुनिया में 43 करोड़ एक्टिव यूजर्स हैं. इनमें से अकेले 13 करोड़ भारत में हैं. वेब एनालिटिक्स फर्म स्टेटकाउंटर का कहना है कि यूसी ब्राउजर भारत में दूसरा सबसे बड़ा ब्राउजर है. गूगल क्रूम के बाद सबसे ज्यादा लोग यूसी ब्राउजर का इस्तेमाल करते हैं. भारतीय मार्केट में इसकी हिस्सेदारी दस फीसदी है.
29 जून को भारत सरकार ने टिक टॉक, यूसी ब्राउजर, हेलो, यूसी न्यूज और वी चैट समेत 59 चीनी ऐप्स पर पाबंदी लगा दी थी. भारत ने यह कदम गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प के बाद उठाया था. इसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे.