मार्च तक सभी स्टेशनों पर लगेंगे एलईडी लाइट्सः रेलवे का बड़ा फैसला
रेलवे ने कहा कि 100 फीसदी एलईडी लाइटिंग से एनर्जी की खपत में करीब 10 फीसदी की बचत की जा सकेगी, जो कि नान-ट्रैकसन के इस्तेमाल के लिए होगी. इससे कुल 24 करोड़ यूनिट बिजली की बचत होगी, जिसकी लागत सालाना 180 करोड़ रुपये है.
नई दिल्ली: भारतीय रेल ने देश के सभी रेलवे स्टेशनों पर अगले साल मार्च तक एलईटी लाइट्स लगाने का फैसला किया है. ऊर्जा की लागत में कटौती करने के लिए ये फैसला लिया गया है. रेल मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा, "रेल मंत्रालय नॉन-ट्रैकसन ऊर्जा जरूरतों को 100 फीसदी एलईडी लाइटिंग मुहैया कराने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है, जिसमें रेलवे कर्मचारियों की कॉलोनियों, रेलवे स्टेशनों, रेलवे प्लेटफार्मो पर एलईडी लाइट्स लगाना शामिल है."
रेलवे ने कहा कि 100 फीसदी एलईडी लाइटिंग से एनर्जी की खपत में करीब 10 फीसदी की बचत की जा सकेगी, जो कि नान-ट्रैकसन के इस्तेमाल के लिए होगी. इससे कुल 24 करोड़ यूनिट बिजली की बचत होगी, जिसकी लागत सालाना 180 करोड़ रुपये है.
रेल मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, "100 फीसदी एलईडी पहल के तहत रेल मंत्रालय ने 31 मार्च, 2018 तक सभी रेलवे स्टेशनों पर 100 फीसदी एलईटी लाइट्स लगाने का फैसला किया है." साल 2017 के नवंबर तक करीब 3500 रेलवे स्टेशनों पर 100 फीसदी एलईडी लाइटिंग थी और बाकी रेलवे स्टेशनों पर एलईडी लाइट्स लगाने का काम अगले साल मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा. इस कार्यक्रम के तहत विभिन्न रीजनल रेलवे में अब तक 20 लाख एलईडी लाइट्स लगाए जा चुके हैं.