Alphabet CEO Sundar Pichai Salary: सिर्फ एक फैसला और सुंदर पिचाई के वेतन में बड़ी बढ़ोतरी, जानें कितनी की कमाई
Alphabet CEO Sundar Pichai: छंटनी के बीच गूगल के पैरेंट कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई के वेतन में बड़ी बढ़ोतरी हुई है. एक साल के दौरान इन्होंने मोटी कमाई की है.
Alphabet CEO Sundar Pichai Income: गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने पिछले एक साल में अल्फाबेट से मोटी कमाई की है. वहीं दूसरी ओर बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी का एलान हुआ है. अल्फाबेट ने ग्लोबल स्तर पर 12 हजार कर्मचारियों को निकालने का एलान किया था. साथ ही कई कर्मचारियों के बोनस में भी कटौती की गई है.
सुंदर पिचाई ने कितनी की कमाई
Alphabet इंक के सीईओ सुंदर पिचाई का वेतन पैकेज साल 2022 के दौरान बढ़कर 22.6 करोड़ डॉलर यानी 1,854 करोड़ रुपये रहा है. यह वेतन गूगल के समान्य कर्मचारियों की सैलरी से 800 गुना ज्यादा है. गूगल की पैरेंट कंपनी ने ये बढ़ा हुआ वेतन सुंदर पिचाई के काम और नए प्रोडक्ट की लॉन्चिंग पर प्रमोशन के तहत दी है.
किस वजह से बढ़ी सैलरी
कंपनी ने जानकारी दी है कि सुंदर पिचाई की सैलरी में बढ़ोतरी स्टॉक अवार्ड के कारण हुई है. उनके वेतन में 21.8 करोड़ डॉलर यानी 1,788 करोड़ रुपये का स्टॉक अवार्ड मिला है. Google की पैरेंट कंपनी शुक्रवार को फाइलिंग के अनुसार, स्टॉक अवार्ड को छोड़ दिया जाए तो उनका वेतन की पिछले साल 6.3 मिलियन डॉलर थी. वहीं पिछले तीन वर्षों में उनका वेतन 2 मिलियन डॉलर पर था.
2019 के समान आकार का पैकेज
सुंदर पिचाई को 2019 के समान आकार का पैकेज दिया गया है. उस साल के दौरान उन्हें 28.1 करोड़ डॉलर का पैकेज मिला था. स्टॉक अवार्ड तीन साल पर दिया जाता है.
अन्य अधिकारियों से ज्यादा पिचाई की सैलरी
साल 2022 के दौरान सुंदर पिचाई की सैलरी अल्फाबेट के अन्य अधिकारियों से ज्यादा है. Google के नॉलेज और इंफॉर्मेशन के सीनियर अधिकारी प्रभाकर राघवन और मुख्य व्यवसाय अधिकारी फिलिप शिंडलर दोनों ने करीब 37 मिलियन डॉलर लिए हैं. मुख्य वित्तीय अधिकारी रूथ पोराट का मुआवजा 24.5 मिलियन डॉलर रहा है. हालांकि इन्हें स्टॉका अवार्ड साल के आधार पर दिया जाता है.
अल्फाबेट ने निकाले 12 हजार कर्मचारी
जनवरी में खर्च को कम करने और कारोबार को मजबूत करने के लिए अल्फाबेट ने लगभग 12,000 नौकरियों या 6 फीसदी अपने ग्लोबल स्तर पर कर्मचारियों की छंटनी का एलान किया था.
ये भी पढ़ें