AMAZON इंडिया भी मोबाइल वॉलेट के बाजार में: आरबीआई से मिली मंजूरी
नई दिल्लीः ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन इंडिया को देश में प्रीपेड भुगतान उपकरण-प्रीपेड पेमेंट इक्विपमेंट (पीपीआई) या मोबाइल वॉलेट के ऑपरेशन का लाइसेंस मिल गया है. इससे कंपनी को अपने कॉम्पीटीटर स्नैपडील और पेटीएम से मुकाबला करने में मदद मिलेगी. अब अमेजन इंडिया जल्द ही भारत में अपना मोबाइल वॉलेट लांच कर पाएगी क्योंकि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इसके लिए कंपनी को अपनी तरफ से मंजूरी दे दी है.
अमेज़न इंडिया आपको इस सर्विस के जरिए शॉपिंग, ऑफलाइन पेमेंट्स, बस और रेल टिकट खरीदने और यूटिलिटी बिल भरने की सुविधा देगी. इसके अलावा इस मंजूरी से उसे देश में बढ़ते डिजिटल पेमेंट बाजार का फायदा उठाने में भी मदद मिलेगी. आरबीआई के लाइसेंस के बाद अब अमेजन भी पेटीएम, मोबिक्विक जैसे दूसरे वॉलेट की तरह इस्तेमाल किया जा सकेगा. यानी आपके लिए मोबाइल वॉलेट की लिस्ट में एक और नाम जुड़ गया है.
अमेजन इंडिया ने कल एक बयान में कहा, ‘‘हम भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से अपना पीपीआई लाइसेंस पाकर खुश है. हमारा ध्यान कस्टमर्स को एक सुविधाजनक और विश्वसनीय भुगतान अनुभव उपलब्ध कराने पर है.’’ दिसंबर में अमेजन ने ‘पे बैलेंस’ सेवा की शुरूआत की थी. इससे मोबाइल वॉलेट की सभी सुविधाएं मिलती हैं लेकिन यह अमेजन की साइट तक ही सीमित है.
अमेजन की यह एंट्री उसे अपने प्रतिस्पर्धियों फ्लिपकार्ट की फोन-पे और अलीबाबा की सर्विस पेटीएम के मुकाबले मजबूती से खड़ा करती है. इस अमेरिकी कंपनी को भारत में तेजी से बढ़ते डिजिटल पेमेंट मार्केट में एंट्री करने में मदद मिलेगी