तेजी से उभरते क्विक कॉमर्स सेक्टर में आने वाले दिनों में दिग्गजों की एंट्री होने वाली है. ई-कॉमर्स की सबसे बड़ी वैश्विक कंपनी अमेजन ने तो भारत के क्विक कॉमर्स बाजार में उतरने की तैयारियां शुरू भी कर दी है. इस सेगमेंट में अमेजन की एंट्री से स्विगी और जोमैटो जैसी कंपनियों को कड़ी टक्कर मिलने का अनुमान है.
अगले साल हो सकती है शुरुआत
ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेजन अगले साल की शुरुआत में भारतीय बाजार में क्विक कॉमर्स में एंट्री कर सकती है. कंपनी की योजना भारतीय बाजार में क्विक कॉमर्स का कारोबार नए साल की पहली तिमाही में शुरू करने की है. कंपनी ने इसके लिए अपनी लीडरशिप टीम के एक वरिष्ठ एक्जीक्यूटिव को लगाया है.
अब तक कंपनी करती आई इनकार
हालांकि अमेजन ने अभी क्विक कॉमर्स बिजनेस में उतरने के बारे में आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नहीं की है. इससे पहले ऐसी खबरें जरूर आ रही थीं कि अमेजन की क्विक कॉमर्स सेगमेंट में उतरने की कोई योजना नहीं है. पिछले महीने भी कई खबरों में ऐसा कहा गया था. ईटी की रिपोर्ट एक दम अलग दावा कर रही है और उसके हिसाब से लग रहा है कि क्विक कॉमर्स को लेकर अमेजन का रुख गंभीर है.
इन्हें दी गई है जिम्मेदारी
रिपोर्ट के अनुसार, अमेजन ने वरिष्ठ एक्जीक्यूटिव निशांत सरदाना को क्विक कॉमर्स बिजनेस की रूपरेखा तैयार करने का जिम्मा दिया है. सरदाना पहले से अमेजन इंडिया यानी अमेजन के भारतीय कारोबार में पीसी, ऑडियो, कैमरा व लार्ज अप्लायंसेज बिजनेस को संभाल रहे थे. उनकी पुरानी जिम्मेदारियों को अब रंजीत बाबू संभालेंगे, जिनके पास अमेजन इंडिया के वायरलेस व होम इंटरटेनमेंट बिजनेस की जिम्मेदारी थी.
पहले से मौजूद हैं ये दिग्गज
भारतीय बाजार में हाल-फिलहाल में क्विक कॉमर्स का दखल तेजी से बढ़ा है. इंस्टैंट डिलीवरी और सेम डे डिलीवरी जैसे कॉन्सेप्ट भारतीय ग्राहकों को खूब पसंद आ रहे हैं. इस सेगमेंट में इंस्टामार्ट के जरिए स्विगी और ब्लिंकिट के जरिए जोमैटो जैसी पारंपरिक फूड डिलीवरी कंपनियां पहले ही उतर चुकी हैं. जेप्टो और बि बास्केट भी क्विक कॉमर्स में काम कर रही हैं. अमेजन की प्रतिस्पर्धी ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने हाल ही में मिनट्स की शुरुआत कर क्विक कॉमर्स सेगमेंट में एंट्री ली है. अब अगले कुछ महीनों में अमेजन भी इसमें उतरने जा रही है.
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