Amazon Layoffs: श्रम मंत्रालय के नोटिस पर अमेजन इंडिया ने अपनी सफाई में कहा, नहीं की कोई छंटनी
Amazon 10 हजार कर्मचारियों की छंटनी कर रही है जिसमें माना जा रहा है कि भारत में भी इस फैसले से कुछ लोग प्रभावित हुए हैं.
![Amazon Layoffs: श्रम मंत्रालय के नोटिस पर अमेजन इंडिया ने अपनी सफाई में कहा, नहीं की कोई छंटनी Amazon’s Absurd Clarification on Layoffs told the Ministry of Labour Employees Voluntarily Resigned not Fired Amazon Layoffs: श्रम मंत्रालय के नोटिस पर अमेजन इंडिया ने अपनी सफाई में कहा, नहीं की कोई छंटनी](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/11/24/e00d6c548d86877e34beaa6c694f863d1669287170907314_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Amazon India Layoffs 2022: कर्मचारियों छंटनी किए जाने को लेकर अमेजन इंडिया ने अपनी तरफ से सफाई पेश की है. अमेजन ने श्रम मंत्रालय को अपनी सफाई में कहा है कि उसने किसी भी कर्मचारी की कोई छंटनी नहीं की है. कंपनी ने कहा कि कर्मचारियों ने खुद छोड़ने के विकल्प को चुना है. श्रम मंत्रालय (Ministry of Labour) ने कर्मचारियों के जबरदस्ती छंटनी (Layoffs) किए जाने को लेकर अमेजन इंडिया को सम्मन भेजा था जिसके बाद कंपनी ने श्रम मंत्रालय को सफाई दी है.
क्या कंपनी ने कहा
Amazon ने कहा कि उसने किसी भी कर्मचारी को बर्खास्त नहीं किया है और केवल उन लोगों को जाने दिया है, जिन्होंने सेवरेंस पैकेज को स्वीकार किया और खुद से अलग होने का विकल्प चुना है. इस संबंध में श्रम मंत्रालय की ओर से नोटिस जारी कर अमेजन इंडिया के सीनियर अधिकारी को जवाब देने के लिए बुलाया गया था. अमेजन इंडिया ने इस मामले पर अपना पक्ष रखा है. जिसमें कहा कि कंपनी में कर्मचारी के इस्तीफे स्वैच्छिक थे. कंपनी ने कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के सभी आरोपों से इनकार कर दिया है.
इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, तकनीकी कर्मचारियों के संगठन यूनियन नेशनल इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एम्प्लॉयीज सीनेट (NITES) ने श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव को शिकायत की. जिसमें उन्होंने जांच के लिए कहा कि Amazon इंडिया ने छंटनी की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए 30 नवंबर की समय सीमा तय की है. इस फैसले से कई लोगों के जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ेगा, इसलिए इस फैसले की जांच होनी चाहिए.
मंत्रालय ने लिया एक्शन
मंत्रालय ने तत्काल कंपनी को सम्मन भेजकर बैंगलुरू में डिप्टी लेबर कमिश्नर (Deputy Labour Commissioner) के सामने बुधवार को पेश होने के लिए कहा था. मंत्रालय ने अपने नोटिस में कंपनी को लिखा, आपसे अनुरोध है कि सभी साक्ष्यों के साथ निजी तौर पर या किसी प्रतिनिधि के माध्यम से इस तारीख और समय पर इस दफ्तर में अवश्य हाजिर हों.
नहीं पहुंचा कोई प्रतिनिधि
भारत में अमेजन ने बड़ी संख्या में कर्मचारियों को जबरन नौकरी से निकालने के मामले में आज अपना बयान पेश कर दिया है. अमेजन के प्रतिनिधि ने बेंगलुरु में केंद्रीय श्रम मंत्रालय के उप श्रम आयुक्त के समक्ष अपना बयान दिया है. हालांकि इस सुनवाई के दौरान अमेजन इंडिया का कोई प्रतिनिधि उपस्थित नहीं हुआ था.
ये बताया कारण
श्रम मंत्रालय को मिली शिकायत में कहा कि अमेजन ने भारत में कर्मचारियों की छंटनी में नियमों का पालन नहीं किया है और श्रम कानून तोड़कर यह कदम उठाया जा रहा है. जिसके बाद अमेज़न इंडिया ने कहा कि वह हर साल कंपनी के हर वर्टिकल में कर्मचारियों की संख्या की समीक्षा करता है. जिससे पता चलता है कि, क्या उसे बदलते परिवेश को लेकर कर्मचारियों की संख्या समायोजित करने की आवश्यकता है या नहीं.
क्या है मामला
हाल ही में अमेजन ने 10 हजार से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया था. इसकी शुरुआत भी हो चुकी है. कंपनी की माने तो, कई पदों पर अब कर्मचारियों की जरूरत नहीं है, इसलिए कुछ पदों को खत्म किया जा रहा है. ऐसे में प्रभावित कर्मचारियों का कार्यकाल 17 जनवरी, 2023 तक रहेगा और उसके बाद सेवा समाप्त मानी जाएगी.
ये भी पढ़ें
Amazon India Layoff: कर्मचारियों की छंटनी पर श्रम मंत्रालय ने अमेजन इंडिया को भेजा नोटिस!
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![शिवाजी सरकार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/5635d32963c9cc7c53a3f715fa284487.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)