भारतीय रेलवे के साथ MoU साइन करने वाली पहली ई-कॉमर्स कंपनी बनी Amazon, और तेजी से होगी सामान की डिलिवरी
Amazon India MoU With Railways: इंडियन पोस्टल सर्विसेज के साथ-साथ अब भारतीय रेलवे के साथ भी अमेजन इंडिया ने साझेदारी कर ली है, ये पहली ई-कॉमर्स बनी जिसने भारतीय रेलवे के साथ एमओयू साइन किया है.
Amazon India MoU With Railways: अमेजन इंडिया पहली ऐसी ई-कॉमर्स कंपनी बन गई है जिसने भारतीय रेलवे के साथ एमओयू (मेमोरंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) साइन किया है. इसके अलावा कंपनी ने भारतीय डाक सेवाओं के साथ भी एमओयू साइन किया है जिसकी मदद से कंपनी आने वाले समय में अपने सामान की डिलिवरी का समय काफी तेजी से कम कर पाएगी और जल्दी ग्राहकों तक पहुंचा पाएगी.
कंपनी ने किए कुछ बड़े एलान
अमेजन के इंडिया एंड इमर्जिंग मार्केट्स के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अमित अग्रवाल ने अमेजन संभव के चौथे संस्करण के मौके पर इस बात की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि ग्लोबल ई-कॉमर्स दिग्गज कंपनी अमेजन का भारत में कारोबार काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है और इसी दिशा में कंपनी ने चार नई घोषणा कर रही है जो मुख्य रूप से प्रोडक्ट्स डिलीवरी को और बेहतर बनाने से संबंधित हैं. ग्लोबल ई-कॉमर्स दिग्गज कंपनी अमेजन के प्रतिनिधि के रूप में उन्होंने ये बताया.
भारतीय रेलवे के साथ डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर के लिए MoU
अमेजन इंडिया ने भारतीय रेलवे के साथ डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर के लिए MoU साइन किया है जिसके जरिए ये अपने सैलर और पार्टनर्स को सामान पहुंचाने में मदद कर सकेगी. अमेजन संभव एक ऐसा इंवेंट है जो देश में माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज के लिए तकनीक के माध्यम से उन्हें उन्नत बनाने पर फोकस रहता है.
इंडिया पोस्टल सर्विसेज के साथ अमेजन पहले ही कर चुकी है पार्टनरशिप
अमेजन संभव के दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में अमित अग्रवाल ने बताया कि अमेजन की पहले से ही भारतीय पोस्ट सर्विसेज के साथ साझेदारी हो चुकी है जिसके जरिए अपनी तरह का पहला बाधारहित, इंटीग्रेटेज क्रॉस-बॉर्डर लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस मुहैया कराए जाने पर काम चल रहा है. अब इस आइडिया को संभव बना लिया गया है कि भारत के किसी कोने में बैठे शख्स को अपना प्रोडक्ट न्यूयॉर्क में भेजना हो तो ये काम बिलकुल वास्तविकता हो चुका है.
इसके अलावा अमेजन इंडिया ने आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस के जरिए सहाय का भी एलान किया है जिसके तहत छोटे कारोबारों को एआई की ताकत के जरिए और अधिक आधुनिक और आर्थिक समाधान मिलेंगे.
ये भी पढ़ें