Future Enterprises Deal: क्या होने वाला है फ्यूचर का फ्यूचर? अब आमने-सामने आए अंबानी और जिंदल
Ambani Vs Jindal: कर्ज संकट में फंसने के बाद फ्यूचर रिटेल की इन्सोल्वेंसी की प्रक्रिया चल रही है. इसमें कुछ संभावित खरीदारों को चुना गया है, जिनमें अंबानी और जिंदल दोनों शामिल हैं...
लंबे समय से संकटों में घिरी कंपनी फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेड के समाधान की प्रक्रिया अब आखिरी चरणों में पहुंच रही है. जल्दी ही इस कंपनी के लिए डील फाइनल हो जाएगी. हालांकि आगे की प्रक्रिया दिलचस्प होने वाली है, क्योंकि फ्यूचर एंटरप्राइजेज को खरीदने के लिए दिग्गजों की भिड़ंत होने वाली है. इसके संभावित खरीदारों में अंबानी और जिंदल जैसे बड़े नाम शामिल हैं.
ये तीन संभावित खरीदार
फ्यूचर एंटरप्राइजेज ने शेयर बाजारों को अपने संभावित खरीदारों के बारे में जानकारी दी है. कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया से गुजर रही इस कंपनी के संभावित खरीदारों में मुकेश अंबानी की रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड, स्टील कंपनी जिंदल इंडिया और टेक्सटाइल कंपनी जीबीटीएल के नाम शामिल हैं. अब ये दावेदार फ्यूचर एंटरप्राइजेज की डील के लिए अपनी-अपनी बोलियां पेश करेंगे.
24 अगस्त तक का समय
फ्यूचर एंटरप्राइजेज के लिए हाल ही में रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल बनाए गए अविल मेनेजेज ने संभावित खरीदारों के नामों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि संभावित खरीदारों के पास 24 अगस्त 2023 तक बोली लगाने का समय है. फ्यूचर एंटरप्राइजेज के संकट को समाप्त करने के लिए दिवाला समाधान प्रक्रिया की शुरुआत इस साल मार्च में हुई थी. फ्यूचर एंटरप्राइजेज के कर्जदाता मामले को लेकर एनसीएलटी के पास पहुंचे थे.
देनदारियां और संपत्तियां
ईओआई डॉक्यमेंट्स के हिसाब से फ्यूचर एंटरप्राइजेज के खिलाफ 12,265 करोड़ रुपये की उधारी के दावे मंजूर किए गए हैं. इसके अलावा फिक्स्ड डिपॉजिट होल्डर्स के 23 करोड़ रुपये के दावे भी मंजूर हुए हैं. वहीं कंपनी के एसेट की बात करें तो उसके पास 715 करोड़ रुपये की वैल्यू के फर्नीचर हैं. इसके अलावा कंपनी ने 2,644 करोड़ रुपये वैल्यू का रिटेल इंफ्रा फ्यूचर रिटेल को और 92 करोड़ रुपये का प्रैक्सिस होम रिटेल को लीज पर दिया हुआ है.
बॉन्ड में भी है काफी उधारी
फ्यूचर एंटरप्राइजेज के ऊपर बॉन्ड के रूप में भी ठीक-ठाक उधारी है. इस कारण कई ट्रस्टीशिप कंपनियों ने भी दावे किए हैं. इनमें सबसे ज्यादा 3,344 करोड़ रुपये का दावा सेंटबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज का है. उसके बाद एक्सिस ट्रस्टी सर्विस ने 1,341 करोड़ रुपये का और विस्ट्रा आईटीसीएल इंडिया ने 210 करोड़ रुपये का दावा किया है.
टकरा चुके हैं अंबानी और बेजोस
आपको बता दें कि फ्यूचर समूह लंबे समय से संकटों का सामना कर रहा है. इसे लेकर कॉरपोरेट जगत में मुकेश अंबानी बनाम जेफ बेजोस की टक्कर देखी जा चुकी है. अभी फ्यूचर समूह की चार कंपनियां फ्यूचर एंटरप्राइजेज, फ्यूचर रिटेल, फ्यूचर लाइफस्टाइल्स फैशन लिमिटेड और फ्यूचर सप्लाई चेन दिवाला समाधान प्रक्रिया से गुजर रही हैं.
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