Ambuja Cement: गौतम अडानी की अंबुजा सीमेंट ने पेन्ना सीमेंट को खरीदने का किया एलान,10422 करोड़ रुपये में हुई डील
Adani Cement: साल 2022 में अडानी समूह ने अंबुजा सीमेंट और उसकी सब्सिडियरी कंपनी एसीसी को होल्सिम से खरीदा था.
Adani Cement: अडानी समूह ( Adani Group) के चेयरमैन गौतम अडानी (Gautam Adani) की सीमेंट कंपनी अंबुजा सीमेंट (Ambuja Cement) ने पेन्ना सीमेंट इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Penna Cement Industries Limited) को खरीदने का एलान किया है. अंबुजा सीमेंट ने 10.422 करोड़ रुपये में पेन्ना सीमेंट में 100 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण कर लिया है. इस अधिग्रहण के साथ अंबुजा सीमेंट के सालाना सीमेंट उत्पादन की क्षमता प्रति वर्ष 14 मिलियन टन बढ़कर 89 मिलियन टन प्रति वर्ष हो गई है.
एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी ने किया खुलासा
अंबुजा सीमेंट ने स्टॉक एक्सचेंजों के पास रेग्यूलेटरी फाइलिंग में इस डील की जानकारी दी है. कंपनी ने अपने फाइलिंग में कहा, 13 जून 2024 को हुई कंपनी की हुई बोर्ड बैठक में कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने पेन्ना सीमेंट इंडस्ट्रीज लिमिटेड (PCIL) में 100 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए समझौता किया है.
2 फीसदी बढ़ जाएगा अडानी सीमेंट की हिस्सेदारी
अंबुजा सीमेंट पेन्ना सीमेंट के मौजूदा प्रमोटर पी प्रताप रेड्डी और उनके परिवार से ये हिस्सेदारी खरीदेगी. इस अधिग्रहण के लिए कंपनी खुद फंड करेगी. इस डील पर अंबुजा सीमेंट के सीईओ अजय कपूर ने कहा ये अधिग्रहण अंबुजा सीमेंट के ग्रोथ की यात्रा को गति देने में मील का पत्थर साबित होगा. उन्होंने कहा, पेन्ना सीमेंट के अधिग्रहण के बाद अंबुजा सीमेंट दक्षिण भारत में अपनी मौजूदगी को मजबूत करेगा और सीमेंट इंडस्ट्री का पूरे देश में लीडर का स्थान हासिल करेगा. इस अधिग्रहण के बाद अडानी सीमेंट के पूरे भारत में मार्केट शेयर में 2 फीसदी का इजाफा होगा और दक्षिण भारत में उसी हिस्सेदारी बढ़कर 8 फीसदी हो जाएगी. इस डील को पूरा होने में 3 से 4 महीने का समय लगेगा.
अंबुजा सीमेंट का स्टॉक गिरकर हुआ क्लोज
शेयर बाजार के आज के कारोबारी सत्र खत्म होने के बाद अंबुजा सीमेंट ने घोषणा की है. इससे पहले अंबुजा सीमेंट का स्टॉक 0.63 फीसदी की गिरावट के साथ 664.50 रुपये पर क्लोज हुआ है. अंबुजा सीमेंट का मार्केट कैप 1,63,674 करोड़ रुपये है.
ये भी पढ़ें
GST काउसिंल की बैठक 22 जून को, चुनावी झटकों के बाद क्या कम होगा टैक्स का बोझ!