Mutual Fund Industry AMFI Data: म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के नेट ऐसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) का आंकड़ा इस बात का सबूत है कि देश में म्यूचुअल फंड में लोगों को भरोसा बढ़ता जा रहा है. निवेशक जमकर एसआईपी और दूसरे माध्यम से म्यूचुअल फंड में पैसा लगा रहे हैं. जनवरी 2024 में एसआईपी योगदान 18,838.33 करोड़ के ऑलटाइम हाई लेवल पर था. दिसंबर 2023 में 7,63,65,924 की तुलना में जनवरी 2024 में एसआईपी खातों की संख्या 7,91,71,394 हो गई है. ये संख्या अब तक की सबसे ज्यादा संख्या है. रजिस्टर्ड नए एसआईपी की संख्या ने जनवरी 2024 में एक मील का पत्थर हासिल कर लिया है क्योंकि यह 51,84,057 तक पहुंच गई है. जनवरी 2024 में एसआईपी एयूएम 10,26,996.23 करोड़ रुपये रहा, जबकि दिसंबर 2023 में यह 9,95,925.39 करोड़ रुपये था.
म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का नेट एयूएम हाई
आंकड़ों को देखें तो जनवरी 2024 में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का नेट एयूएम 52,74,000.70 करोड़ रुपये पर आ गया है, जबकि दिसंबर 2023 के लिए यह 50,77,900.36 करोड़ रुपये था. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) की ओर से बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. यानी दिसंबर में 50 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा तो पार हो ही गया था और ये जनवरी में 52 लाख करोड़ रुपये पर आ गया है.
जनवरी में इक्विटी म्यूचुअल फंड में आया 21,780 करोड़ रुपये का निवेश, दो साल का उच्चस्तर
इक्विटी म्यूचुअल फंड में जनवरी 2024 में शुद्ध रूप से 21,780 करोड़ रुपये का निवेश आया है. यह लगभग दो साल में किसी भी महीने में हुआ सबसे अधिक मंथली इंवेस्टमेंट है. दिसंबर 2023 में इस कैटेगरी में लगभग 17,000 करोड़ रुपये का निवेश आया था. इस दौरान निवेशकों ने स्मॉल-कैप फंड को प्रायोरिटी देना जारी रखा. जनवरी में इक्विटी म्यूचुअल फंड में जो निवेश आया है वो इंवेस्टमेंट मार्च, 2022 के बाद से सबसे ज्यादा रहा है. मार्च, 2022 में इक्विटी म्यूचुअल फंड में 28,463 करोड़ रुपये का निवेश किया गया था.
ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि इक्विटी फंड में लगातार 35 माह से नेट इंवेस्टमेंट आ रहा है. समीक्षाधीन महीने में वैल्यू फंड को छोड़कर, इक्विटी सेगमेंट की सभी कैटेगरी में नेट इंफ्लो देखा गया है.
जनवरी में थीम बेस्ड फंडों में 4805 करोड़ रुपये, स्मॉल-कैप फंड में 3257 करोड़ रुपये और मल्टीकैप फंड में 3039 करोड़ रुपये आए हैं. लार्ज-कैप फंड में 1287 करोड़ रुपये का निवेश आया है. छोटी कंपनियों में निवेश करने वाले फंड ने लगातार चौथे महीने 3,000 करोड़ रुपये से अधिक का नेट इंवेस्टमेंट फ्लो हासिल किया, लेकिन मंथली बेस्ड पर यह रकम 600 करोड़ रुपये कम है.
AMFI Data पर वित्तीय जानकार का क्या है कहना
AMFI Data पर FidelFolio Investments के फाउंडर (स्मॉलकेस मैनेजर) किसलय उपाध्याय का कहना है कि एफपीआई जनवरी में तो इक्विटी से बाहर निकले थे लेकिन घरेलू निवेशकों ने पूरे वित्त वर्ष 2024 में सबसे ज्यादा रुचि जनवरी में दिखाई है. फोलियो की संख्या और इक्विटी में नेट फ्लो दोनों के संदर्भ में ये आंकड़ा सबसे बेहतर रहा है. जनवरी 2024 में कुल इक्विटी फोलियो में 3.3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जो पिछले 9 महीनों में पूरी और फीसदी के लिहाज से देखा जाए तो में सबसे अधिक इजाफा है.
जनवरी में अधिक निवेश आने और कम निवेश निकलने- दोनों की वजह से, नेट इंफ्लो बढ़कर 21,781 करोड़ रुपये पर हो गया है. यह दिसंबर से 28 फीसदी अधिक है और पिछले 8 महीनों के औसत इंफ्लो से 73 फीसदी ज्यादा है.
ये आंकड़ा इस लिहाज से भी खास है क्योंकि एफपीआई ने डेट स्कीम में पैसा लगाने का क्रम बढ़ाया है, इंडीविजुअल इंवेस्टर्स ने कम रुचि दिखाई है, जैसा कि डेट स्कीमों में फोलियो की संख्या में कमी के रूप में देखा गया है.
इन आंकड़ों ने ये भी दिखाया है कि मल्टीकैप फंडों की लोकप्रियता को इंवेस्टर्स (फोलियो की संख्या में 6 फीसदी की बढ़ोतरी). फोलियो की संख्या में 6 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ निवेशक अभी भी स्मॉलकैप फंडों की ओर आकर्षित हो रहे हैं.
अप्रैल 2023 में 1.11 करोड़ फोलियो से, जनवरी में स्मॉलकैप फोलियो 60 फीसदी बढ़कर 1.78 करोड़ हो गए हैं.
फंड हाउसों ने जनवरी में मल्टीकैप फंड और पैसिव लॉन्च करना जारी रखा है और स्मॉलकैप फंड लॉन्च में 3 महीने में पहली बार रुकावट आई है. मल्टीकैप फंड लॉन्च की थीम भी ज्यादातर 2023 पर आधारित है.
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