Layoffs 2023: ग्लोबल स्तर पर आर्थिक संकट और महंगाई बढ़ने के कारण कई कंपनियां छंटनी कर रही हैं. अब एक और फर्म ने छंटनी करने की तैयारी कर ली है. यहां से 450 लोगों की नौकरी जाएगी. इस छंटनी के साथ ही कंपनी कुल वर्कफोर्स में से 2 फीसदी कर्मचारियों की संख्या को कम करेगी. 


यूएस बायोटेक्नोलॉजी फर्म एमजेन इंक की ओर से ये छंटनी की जा रही है. कंपनी ने दवा की कीमतों पर दबाव और महंगाई दर के उच्च स्तर के कारण कर्मचारियों को निकाल रही है. वहीं इससे पहले यूएस के कई दिग्गज कंपनियों ने छंटनी की है. यूएस की कौन कौन सी दिग्गज कं​पनियों ने छंटनी की है और भारत पर इसका असर क्या रहा है. 


इन बड़ी कंपनियों ने की छंटनी 


ट्विटर पिछले साल के दौरान अपने कार्यबल को कम करने वाली पहली आईटी दिग्गज कंपनियों में से एक थी. ट्विटर ने पिछले साल लगभग 10,000 कर्मचारियों को निकाला था. जनवरी 2023 में भी यही सिलसिला जारी रहा है. इसके अलावा, मेटा, अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट, नेटफ्लिक्स कई कंपनियां शामिल हैं.


मंदी से ज्यादा 2022 में निकाले गए कर्मचारी 


Layoffs.fyi के आंकड़ों के अनुसार, 2022 में 2 लाख से अधिक कर्मचारियों को निकाल दिया गया था. चैलेंजर, ग्रे एंड क्रिसमस, एक ग्लोबल आउटप्लेसमेंट और करियर ट्रांजिशनिंग फर्म की एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक 1,004 टेक कंपनियों ने 2022-23 में ग्लोबल स्तर पर 152421 कर्मचारियों की छंटनी की, जो 2008 की मंदी से ज्यादा थी. 2008 के दौरान 65000 कर्मचारी निकाले गए थे. 


कुछ प्रमुख कंपनियों में छंटनी



  • फेसबुक पैरेंट मेटा ने पहले 11 हजार और अब 10 हजार कर्मचारियों को निकाला जाएगा.

  • Spotify 600 कर्मचारियों को निकालेगा

  • अल्फाबेट इंक 12,000 नौकरियों को समाप्त कर रहा है.

  • माइक्रोसॉफ्ट 10,000 नौकरियों में कटौती करेगी.

  • अमेजन ने 18,000 की छंटनी.

  • ट्विटर इंक ने पहले 200 फिर 3700 कर्मचारियों को निकाल दिया था.

  • सेलफोर्स 10 फीसदी नौकरी में कटौती करेगा.

  • एचपी इंक में 6000 कर्मचारियों की छंटनी करेगा.

  • डेल टेक्नोलॉजीज इंक 6650 कर्मचारियों को निकालेगा.  


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