घटते ब्याज दरों के बीच बैंकों ने एफडी पर इंटरेस्ट काफी कम कर दिया है. एफडी पर मिलने वाले ब्याज में कटौती के बीच बजाज फाइनेंस ने बड़ा ऐलान किया है. इस फाइनेंस कंपनी ने एफडी पर मिलने वाले इंटरेस्ट में 40 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है और यह अब बढ़ कर सात फीसदी हो गया है. जबकि ज्यादातर सामान्य डिपोजिटरों के लिए बैंक एफडी रेट अधिकतम 5.50 फीसदी है. वहीं सीनियर सिटिजन के लिए 6.50 फीसदी. वहीं बजाज फाइनेंस ने सामान्य डिपोजिटरों के लिए ब्याज दर चालीस बेसिस प्वाइंट बढ़ा कर 7 फीसदी कर दिया है और सीनियर सिटिजन के लिए 7.25 फीसदी.


बैंकिंग लाइसेंस के लिए अप्लाई करने से पहले फंड जुटाने की कोशिश


आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी रिव्यू से पहले बजाज फाइनेंस के इस फैसले ने सबको चौंकाया है. उम्मीद है कि इस रिव्यू में आरबीआई ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करेगा. विश्लेषकों का मानना है कि ज्यादातर फाइनेंस कंपनियों ने डिपोजिट पर ब्याज दरें कम रखी हैं लेकिन बजाज फाइनेंस की ओर से डिपोजिट दरों को बढ़ाने का मकसद फंड इकट्ठा करना है. बजाज फाइनेंस बैंकिंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने से पहले बड़ा फंड इकट्ठा करना चाहती है. यही वजह है कि वह एफडी पर इंटरेस्ट बढ़ा कर फंड इकट्ठा करना चाहती है.


बैंकों की तुलना में फाइनेंस कंपनियों का ब्याज ज्यादा


बजाज फाइनेंस तीन से पांच साल के एफडी पर 7 फीसदी ब्याज दे रही है वहीं. सीनियर सिटिजन के लिए 7.25 फीसदी ब्याज रखा गया है. वहीं बजाज फाइनेंस की कंपीटिटर महिंद्रा फाइनेंस तीन साल के एफडी पर 6.45 फीसदी ब्याज दे रही है. एचडीएफसी और आईसीआईसीआई होम फाइनेंस 6.25 फीसदी ब्याज दे रही है. देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई 5.3 फीसदी ब्याज दे रहा है. विश्लेषकों का कहना है कि अक्टूबर 2018 के बाद बजाज फाइनेंस ने पहली बार एफडी पर इंटरेस्ट रेट बढ़ाया है. एक वक्त में यह तीन से पांच साल तक के लिए एफडी पर 8.75 फीसदी ब्याज दे रही थी. बाद में यह रेट 6.6 फीसदी तक आ गया. बैंकों की तुलना में टॉप फाइनेंस कंपनियों की एफडी दरें ज्यादा है, इसलिए डिपोजिटर इन्हें तवज्जो दे रहे हैं.


RBI Monetary Policy 2021: ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं, RBI का अनुमान- साल 2021-22 में डबल डिजिट में दौड़ेगी अर्थव्यवस्था


बंगाल: वित्त मंत्री की जगह आज ममता बनर्जी पेश करेंगी बजट, किसानों के लिए हो सकता है पैकेज का एलान