Amul Milk Price: अमूल ब्रांड के तहत दुग्ध उत्पाद बेचने वाली गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ लिमिटेड (जीसीएमएमएफ) की दूध के दाम बढ़ाने की फिलहाल कोई योजना नहीं है. गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (Gujarat Cooperative Milk Marketing Federation Ltd) के मैनेजिंग डायरेक्टर जयेन मेहता ने दूध की कीमत के बारे में पूछे जाने पर कहा,"फिलहाल हमारी कीमतें बढ़ाने की योजना नहीं है"


अमूल दूध के दाम बढ़ाने की कोई योजना नहीं-एमडी


जीसीएमएमएफ के एमडी ने कहा कि एक साल में लागत मूल्य 15 फीसदी बढ़ गया है जिससे संघ को पिछले साल रिटेल प्राइस में कुछ बढ़ोतरी करनी पड़ी थी. महीने की शुरुआत में ही अमूल दूध के दाम गुजरात में दो रुपये प्रति लीटर बढ़ाए गए थे. इसके पहले देश के अन्य राज्यों में भी अमूल दूध के दाम फरवरी में दो रुपये प्रति लीटर बढ़ाए गए थे.


अमूल की राजस्व वृद्धि 66,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान


दूध की बढ़ती मांग के बीच कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए राजस्व में 20 फीसदी बढ़ोतरी के साथ इसके 66,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया है. कंपनी ने वित्त वर्ष 2022-23 में 55,055 करोड़ रुपये का कारोबार किया जो एक साल पहले की तुलना में 18.5 फीसदी ज्यादा है.


GCMMF रिटेल कीमतों का 80 फीसदी दूध उत्पादक किसानों को देता है


जीसीएमएमएफ ने कहा कि कोविड काल के बाद डेयरी उत्पादों की मांग काफी बढ़ गई थी, जिससे पिछले वित्त वर्ष में कंपनी के राजस्व में एक मजबूत वृद्धि देखी. जयेन मेहता ने कहा कि जीसीएमएमएफ ने कोविड महामारी के कारण 2020 और 2021 में कीमतें नहीं बढ़ाई थीं लेकिन पिछले साल कुछ मौकों पर कीमतें बढ़ाई गईं.


GCMMF का बड़ा बयान


उन्होंने कहा कि जीसीएमएमएफ खुदरा कीमतों का लगभग 80 फीसदी दुग्ध उत्पादक किसानों को देता है. उन्होंने कहा, "उम्मीद है कि सभी उत्पादों की बिक्री इसी रफ्तार से चलती रहेगी. मांग अब असंगठित क्षेत्र से संगठित कंपनियों की तरफ जा रही है"


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