Trishul Model: महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरपर्सन आनंद महिंद्रा ने भारत को ग्लोबल सुपरपावर बनाने के लिए त्रिशूल मॉडल (Trishul Model) पर काम करने की सलाह दी है. उनका कहना है कि दुनिया की ताकतवर सरकारों की नजर में भारत को अपना रुतबा बढ़ाने के लिए इस दिशा में काम करना होगा. उन्होंने सलाह दी है कि भारत को ठीक उसी तरह काम करना होगा जैसे अमेरिका करता है.
भारत को बढ़ाना होगा दुनिया में अपना रुतबा
नई दिल्ली में अटल बिहारी वाजपेयी लेक्चर के चौथे एडीशन को संबोधित करते हुए आनंद महिंद्रा ने कहा कि भारत को ग्लोबल प्रभाव बढ़ाने और अंतरराष्ट्रीय सम्मान हासिल करने की दिशा में काम करना होगा. इस दिशा में भारतीय कारोबार एवं वाणिज्य अपना अहम रोल निभा सकता है. उन्होंने कहा कि अमेरिका ने दशकों तक ताकतवर तरीके से दुनिया पर अपना प्रभाव छोड़ा है. हमें भी अमेरिका से सीख लेनी चाहिए और अपना रुतबा बढ़ाने पर काम करना होगा. अमेरिका आज भी दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बना हुआ है.
अमेरिका ने भी त्रिशूल मॉडल पर किया काम
आनंद महिंद्रा ने कहा कि अमेरिका ने त्रिशूल मॉडल पर चलकर ही दुनिया में अपना दबदबा कायम किया है. उनके पास दुनिया की सबसे ताकतवर मिलिट्री है. पूरी दुनिया में उनके जैसी कोई सॉफ्ट पावर नहीं है. साथ ही अमेरिकियों द्वारा खड़े किए गए व्यापार भी पूरी दुनिया में फैले हुए हैं. भारत को भी इसी त्रिशूल मॉडल पर काम करना होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को इस मॉडल का महत्त्व समझ आ गया है. इसलिए वह इन मोर्चों पर लगातार काम कर रहे हैं.
सेना और उद्योगों के बीच बढ़े पार्टनरशिप
इस मॉडल को विस्तार से समझाते हुए आनंद महिंद्रा ने कहा कि भारतीय सेना और उद्योगों के बीच पार्टनरशिप में बहुत ज्यादा संभावनाएं अभी बाकी हैं. टाटा एडवांस सिस्टम (Tata Advanced Systems) और महिंद्रा डिफेंस (Mahindra Defence) जैसी कंपनियों इन अवसरों का लाभ उठा रही हैं. इसके अलावा हमें दक्षिण कोरिया की के-वेव की तरह ही अपनी आई-वेव शुरू करनी होगी. हमें मार्वल यूनिवर्स की तर्ज पर अपनी लोक कथाओं के सुपरहीरो पूरी दुनिया तक पहुंचाने होंगे. आईआईटी, आईआईएम और एम्स की मदद से इनोवेशन को बढ़ावा देना होगा. साथ ही हमें अपनी कंपनियों को ग्लोबल सुपरपावर बनाना होगा.
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