महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा का नाम देश के शीर्ष उद्योगपतियों में लिया जाता है. हजारों करोड़ के कारोबार के साथ उनका समूह देश के टॉप कॉरपोरेट घरानों में एक है. हालांकि उनकी शुरुआत बेहद आम रही है. आनंद महिंद्रा ने हाल ही में अपने करियर की शुरुआत के बारे में जानकारी दी है.
इस तरह शुरू हुआ महिंद्रा का करियर
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन ने बताया कि उनके करियर की शुरुआत ऑटो प्लांट में शॉप फ्लोर से हुई है. इसका मतलब हुआ कि वाहन बनाने वाले संयंत्र में जहां मैन्युफैक्चरिंग का काम होता है, आनंद महिंद्रा ने वहां से अपने काम की शुरुआत की है.
एलन मस्क को इस बात से हुई चिंता
आनंद महिंद्रा ने यह जानकारी एक्स पर मालिकाना हक रखने वाले और दुनिया के सबसे अमीर लोगों में गिने जाने वाले एलन मस्क के एक अपडेट के जवाब में दी. मस्क ने एक हालिया पोस्ट में इस बात पर चिंता जताई कि मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस को दिखाने वाली फिल्में कम ही बनाई गई हैं. ज्यादातर फिल्मों में अकेले इन्वेंटर को दिखा दिया जाता है कि गराज में काम करते हुए कैसे यूरेका मोमेंट आया.
प्रोटोटाइप बनाने से ज्यादा मुश्किल ये काम
मस्क कहते हैं कि लोग मैन्युफैक्चरिंग की प्रक्रिया को कम करके आंकते हैं. इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चर करने वाली कंपनी टेस्ला के सीईओ ने कहा कि प्रोटोटाइप बनाने की तुलना में बड़े पैमाने पर मैन्युफैक्चर करना, उत्पादन में मार्जिन को पॉजिटिव बनाना आदि ज्यादा महत्वपूर्ण व चुनौतीपूर्ण है.
आनंद महिंद्रा ने बताया अपना अनुभव
महिंद्रा ने मस्क के अपडेट के रिप्लाई में इस बात से सहमति जाहिर की. महिंद्रा ने अपना अनुभव साझा करते हुए लिखा- मैं इससे सहमत हूं. मैंने अपना करियर एक ऑटो प्लांट के शॉप फ्लोर से शुरू किया है. बड़े पैमाने पर प्रोडक्ट बनाने में जो बिना रुके प्रयास लगते हैं और लगातार समस्याएं व उनके समाधान का जो क्रम चलता है, हमेशा उसे देखकर हैरान रह जाता था. महिंद्रा ने मैन्युफैक्चरिंग में लगे लोगों को पहचान दिलाने वाली फिल्में बनाने की पैरवी की और कहा कि ऐसे कंटेंट को अच्छे-खासे व्यूज भी मिलते हैं. उन्होंने यूट्यूब पर अपने मैन्युफैक्चरिंग वीडियो की लोकप्रियता का उदाहरण दिया.
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