(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Anand Mahindra: एलन मस्क की डिमांड को आनंद महिंद्रा का समर्थन, जानिए क्या चाहते हैं टेस्ला के सीईओ
Elon Musk Demand: टेस्ला के सीईओ एलन मस्क का समर्थन करते हुए आनंद महिंद्रा ने लिखा कि मैन्युफैक्चरिंग करने वालों को बहुत संघर्ष करने पड़ते हैं. हमें उन्हें पर्याप्त सम्मान देना चाहिए.
Elon Musk Demand: महिंद्रा ग्रुप (Mahindra Group) के चेयरमैन आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) की एक चाहत का समर्थन किया है. एलन मस्क ने कहा था कि बड़े पर्दे पर मैन्युफैक्चरिंग से जुड़े लोगों को पर्याप्त बढ़ावा नहीं दिया जाता है. हमें ऐसी कई फिल्में देखने को मिली हैं, जो कार पर आधारित हैं. मगर, मैन्युफैक्चरिंग जैसे कठिन काम को करने वालों के संघर्ष पर फिल्में नहीं बनती हैं. आनंद महिंद्रा ने भी इस मसले पर कहा है कि मैन्युफैक्चरिंग के अनसंग हीरो को 70 एमएम पर्दे पर ज्यादा जगह मिलनी चाहिए.
Couldn’t agree more @elonmusk
— anand mahindra (@anandmahindra) March 29, 2024
I started my career on the shop floor of an auto plant.
And have never stopped being in awe of the relentless effort & non-stop problem solving that goes into making products at high volume.
The heroes of manufacturing do indeed deserve to have… https://t.co/riRrKFpFLO
मैन्युफैक्चरिंग से जुड़े लोगों के हैं बड़े संघर्ष
आनंद महिंद्रा को सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता के लिए जाना जाता है. इसलिए एलन मस्क ने जब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के हीरोज को लेकर ट्वीट किया तो आनंद महिंद्रा ने भी इसे रीट्वीट करते हुए अपने विचार रखे. उन्होंने बताया कि मैन्युफैक्चरिंग से जुड़े लोगों को कितने तरह के संघर्ष करने पड़ते हैं. महिंद्रा ग्रुप (Mahindra Group) के चेयरमैन ने कई सारे ट्वीट करते हुए लिखा कि मैंने एक ऑटो प्लांट के शॉप फ्लोर से अपनी शुरुआत की थी. वहां उन्होंने समझा कि मैन्युफैक्चरिंग से जुड़े लोगों को कितना जूझना पड़ता है. इसलिए मैन्युफैक्चरिंग के इन हीरोज के सम्मान में फिल्में बननी चाहिए.
कारों पर बनती रहती हैं फिल्में
इससे पहले एलन मस्क ने अपने ट्वीट में लिखा था कि हम कारों पर फिल्में बनाते रहते हैं. किसी को आगे आकर मैन्युफैक्चरिंग की कठिनाइयों पर भी एक फिल्म बनानी चाहिए ताकि दुनिया को इस कारोबार की कठिनाइयों के बारे में पता चल सके. इस ट्वीट को आनंद महिंद्रा ने जब रीट्वीट किया तो कमेंट्स की बाढ़ सी आ गई. मस्क ने लिखा कि हमने अविष्कार करने वालों को ऊपर भी फिल्में देखी हैं. मगर, हमने कभी फिल्मों के जरिए यह नहीं दिखाया कि इसके बाद बड़े पैमाने पर मैन्युफैक्चरिंग करने वाले किन समस्याओं से जूझते हैं. ज्यादा संख्या में उत्पादन करना, मुनाफा बनाए रखना और प्रोटोटाइप तैयार करना एक बेहद मुश्किल काम होता है.
यूट्यूब पर सफल होते हैं मैन्युफैक्चरिंग वीडियो
आनंद महिंद्रा ने यूट्यूब का उदाहरण देते हुए लिखा कि हम सभी ने मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस पर बने हजारों वीडियो को सफल होते देखा है. ऐसे वीडियो को लाखों व्यूज मिल जाते हैं. हम अपनी कारों की मैन्युफैक्चरिंग के वीडियो जब यूट्यूब पर डालते हैं तो उन्हें दर्शकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिलता है. इसलिए दर्शक निश्चित तौर पर कुछ ऐसा चाहते हैं. ऐसी फिल्मों को दर्शक मिलेंगे.
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