Reliance Capital: अनिल अंबानी की रिलायंस कैपिटल के लिए फिर से होगी नीलामी, इन दिग्गज कंपनियों के बीच टक्कर
Anil Ambani News: रिलायंस कैपिटल को खरीदने के लिए दूसरे दौर की नीलामी की योजना बनाई गई है. इसमें 4 बोलीदाता कंपनियां शामिल हो रही हैं और 9,500 करोड़ रुपये से इसकी शुरूआत होगी.
Relince Capital: अनिल अंबानी की भारी कर्ज में डूबी कंपनी रिलायंस कैपिटल को खरीदने के लिए दूसरे राउंड की नीलामी करने का फैसला लिया गया है. दिवालिया हो चुकी रिलायंस कैपिटल की बोली अगले हफ्ते शुरू की जा सकती है, जो 9,500 करोड़ रुपये से शुरू होगी. कर्जदाताओं की ओर से टोरंट (Torrent) और हिंदुजा समूह (Hinduja Group) द्वारा अग्रिम नकदी की पेशकश करने के बाद यह फैसला लिया गया है.
पहले दौर की ई-नीलामी के दौरान टोरंट(Torrent) ने 8,640 करोड़ रुपये अग्रिम राशि देने की पेशकश की थी, जबकि हिंदुजा ग्रुप ने नीलामी के बाद 9,000 करोड़ रुपये की पेशकश की थी. दूसरे दौर के ई-नीलामी के लिए 9,500 करोड़ रुपये की मिनिमम बोली रखी गई है, जबकि पहले यह 6,500 करोड़ रुपये था.
क्यों दूसरे राउंड की हो रही नीलामी
इकॉनोमिक्स टाइम की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टोरंट और हिंदुजा ग्रुप की ओर से रिलायंस कैपिटल को खरीदने के लिए अच्छी बोली पेश कर सकते हैं. कर्जदाता नीलामी में कंपनी की प्राइस सुधारने की उद्देश्य से दूसरे राउंड की बोली लेकर आ रहा है, जो कम से कम लिक्विडेशन वैल्यू से अधिक हो. हालांकि रिलायंस कैपिटल के सभी प्रस्ताव 12,500-13,000 करोड़ रुपये से काफी नीचे रहे हैं.
टोरंट और हिंदुजा के बीच टक्कर
अनिल अंबानी की दिवालिया हो चुकी कंपनी के लिए 21 दिसंबर को हुए पहले राउंड की नीलामी में टोरंट समूह हिंदुजा की बोली के खिलाफ एनसीएलटी गया था और फिर 8,640 करोड़ रुपये की कैश प्रीपेमेंट करने के लिए कहा था. हालांकि बाद में हिंदुजा ने अपने बोली में सुधार किया और 9,000 करोड़ रुपये रखा था, जिसमें 8,750 करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान शामिल था.
ये हैं बोली लगाने वाली कंपनियां
दूसरे दौर की ई-नीलामी में पिछली नीलामी में सबसे बड़ी बोलीदाता टॉरंट, इंडसइंड इंटरनेशनल (हिंदुजा), कॉस्मिया पीरामल और ओकट्री होंगे. ई-नीलामी एक हफ्ते में हो सकती है, जिसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है. बता दें कि दिवालिया प्रक्रिया से पहले रिलायंस कैपिटल ने सामान्य बीमा कंपनी के शेयरों को गिरवी रखकर बॉन्ड के जरिए 600 करोड़ रुपये जुटाए थे.
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