Reliance Capital Loans 2022 : भारतीय बिज़नेसमैन अनिल अंबानी (Anil Ambani) की कंपनी रिलायंस कैपिटल (Reliance Capital) को लेकर एक अहम रिपोर्ट सामने आ रही है. इस रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि रिलायंस कैपिटल पर 1,755 करोड़ रुपए का वित्तीय बोझ चल रहा है.
इतना हुआ कर्ज
इस रिपोर्ट के अनुसार Reliance Capital दिवाला प्रक्रिया की ओर बढ़ रही है. रिलायंस कैपिटल ने अपनी अलग-अलग इकाइयों को वित्तवर्ष 2019-20 में खूब लोन दिया है, जिसके कारण रिलायंस कैपिटल पर आज 1,755 करोड़ रुपये से अधिक का कर्जा है. बाजार जानकारों की माने तो कर्ज बांटने के चक्कर में आज ऐसी हालत हो गई है.
देखें क्या है रिपोर्ट
आपको बता दें कि दिवाला प्रक्रिया का सामना कर रही रिलायंस कैपिटल के प्रशासक को सौंपी गयी लेनदेन ऑडिटर रिपोर्ट में कई तरह के खुलासे हुए है. दिवाला और दिवालियापन संहिता-2016 (Insolvency and Bankruptcy Code) के तहत नियुक्त रिलायंस कैपिटल के प्रशासक ने कंपनी के लेनदेन से संबंधित मामलों की जांच करने के लिए लेनदेन ऑडिटर बीडीओ इंडिया एलएलपी (LLP) से सहायता ली है.
आवेदन किया दायर
रिलायंस कैपिटल के अनुसार लेनदेन ऑडिटर की टिप्पणियों के आधार पर प्रशासक ने 22 अक्टूबर को राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (National Company Law Tribunal - NCLT) की मुंबई पीठ के समक्ष कुल 7 कंपनियों को भुगतान के संबंध में आवेदन दायर किया है.
देखें किस पर कितना है लोन
रिपोर्ट के अनुसार रिलायंस एंटरटेनमेंट नेटवर्क (Reliance Entertainment Network) को 1,142.08 करोड़ रुपये, रिलायंस यूनिकॉर्न एंटरप्राइजेज (Reliance Unicorn Enterprises) को 203.01 करोड़ रुपये, रिलायंस बिग एंटरटेनमेंट (, Reliance Big Entertainment- RBEPL) को 162.91 करोड़ रुपये, रिलायंस ब्रॉडकास्ट नेटवर्क (Reliance Broadcast Network) 13.52 करोड़ रुपये दिए हैं. वहीं, रिलायंस अल्फा सर्विसेज (Reliance Alpha Services) को 39.30 करोड़ रुपये और जैपक डिजिटल एंटरटेनमेंट (Zapak Digital Entertainment-Zapak) को 17.24 करोड़ रुपये के कर्ज का असर भी रिलायंस कैपिटल (Reliance Capital) पर पड़ा है.
31 जनवरी 2023 तक मिला समय
कर्ज में डूबी रिलायंस कैपिटल की कर्ज समाधान प्रक्रिया के लिए एनसीएलटी ने समयसीमा 31 जनवरी, 2023 तक बढ़ा दी है. पहले इसकी समयसीमा 1 नवंबर, 2022 तक थी. लेकिन समाधान प्रक्रिया को तीसरी बार बढ़ा दिया है. इसके पहले भी दो बार समयसीमा बढ़ाई जा चुकी थी.
4 भाग में बटेगी कंपनी
आपको बता दें कि रिलायंस कैपिटल को 4 हिस्सों में बांटने का प्रस्ताव बनाया जा चुका है. कंपनी के एडमिनिस्ट्रेटर ने कंपनी को 4 कोर इनवेस्टमेंट कंपनियों (CIC) में बांटने का प्रस्ताव रखा है. इसे कंपनी का स्ट्रक्चर पूरी तरह बदल जाएगा. इस कंपनी के लिए बिडिंग प्रोसेस एडवांस स्टेज में चल रही है. रिलायंस कैपिटल के जनरल इंश्योरेंस और लाइफ इंश्योरेंस वेंचर्स को खरीदने के लिए 4 कंपनियां होड़ में हैं.
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