Anil Ambani का जलवा 2025 में भी कायम, इस कंपनी ने चुका दिया करोड़ों का कर्ज
रिलायंस पावर का ऑपरेटिंग पोर्टफोलियो 5,300 मेगावाट है. कंपनी ने प्रेफरेंशियल इश्यू के जरिए 1,525 करोड़ रुपये जुटाने की योजना भी बनाई है. रिलायंस पावर की नेट वर्थ अब 15,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है
साल 2024 अनिल अंबानी के लिए शानदार रहा. उनकी कुछ कंपनियों ने इस साल निवेशकों को कमाल का रिटर्न दिया. खासतौर से रिलायंस पावर ने तो अपने निवेशकों को मालामाल कर दिया. 2024 की तरह अब 2025 भी अनिल अंबानी के लिए खास होता नजर आ रहा है. साल की शुरुआत में ही उनसे जुड़ी एक ऐसी खबर आई है, जिससे पता चलता है कि अनिल अंबानी शानदार कमबैक के लिए तैयार हैं.
दरअसल, अनिल अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस पावर लिमिटेड (Reliance Power Ltd) की सहायक कंपनी सासन पावर लिमिटेड (Sasan Power Ltd) ने 31 दिसंबर, 2024 को अपने एक बड़े कर्ज को चुका दिया है . सासन पावर ने इस कर्ज के लिए IIFCL, UK को 150 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 1,284.6 करोड़ रुपये) चुका दिए हैं. यही वजह है कि आज यानी 1 जनवरी 2025 को रिलायंस पावर के शेयरों में अपर सर्किट लग गया.
कंपनी की फाइनेंशियल कंडीशन
कर्ज चुकाने से सासन पावर की लिक्विडिटी, लोन कवरेज और क्रेडिट रेटिंग में सुधार होगा. इसके अलावा इससे रिलायंस पावर की बैलेंस शीट और मजबूत हो गई है, जिससे कंपनी का ध्यान अब रिन्यूएबल एनर्जी की ओर और ज्यादा बढ़ गया है. रिन्यूएबल एनर्जी में यह कदम कंपनी के भविष्य के सही है. आपको बता दें, इससे पहले, रिलायंस पावर की एक अन्य सहायक कंपनी रोजा पावर ने भी सिंगापुर स्थित कर्जदाता यानी लेंडर्स वर्डे पार्टनर्स को 850 करोड़ रुपये का एडवांस पेमेंट किया था.
सासन पावर क्या करती है
बता दें, सासन पावर लिमिटेड मध्य प्रदेश के सासन में स्थित 3960 मेगावाट क्षमता वाले अल्ट्रा मेगा पावर प्लांट (UMPP) का संचालन करती है. यह प्लांट दुनिया का सबसे बड़ा इंटेग्रेटेड कोयला आधारित बिजली प्लांट है और इसकी कोयला खनन क्षमता 20 MTPA (मिलियन टन प्रति वर्ष) है.
यह प्लांट भारत के सात राज्यों - मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और नई दिल्ली में 14 डिस्कॉम (DISCOM) वितरण कंपनियों को सबसे कम टैरिफ 1.54 रुपये प्रति यूनिट पर बिजली देती है. इससे लगभग 40 करोड़ लोगों को लाभ होता है.
रिलायंस पावर का हो रहा है विस्तार
रिलायंस पावर, जो भारत में प्राइवेट सेक्टर की बड़ी बिजली उत्पादन कंपनियों में से एक है, का वर्तमान ऑपरेटिंग पोर्टफोलियो 5,300 मेगावाट है. कंपनी ने प्रेफरेंशियल इश्यू के जरिए 1,525 करोड़ रुपये जुटाने की योजना भी बनाई है. इस कैपिटल का इस्तेमाल रिलायंस पावर तेजी से बढ़ते रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अवसरों का लाभ उठाने के लिए करेगी. मौजूदा समय में रिलायंस पावर की नेट वर्थ अब 15,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है, जो कंपनी के विकास को मजबूती देगी.
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