Anil Ambani: अनिल अंबानी के स्वामित्व वाला रिलायंस ग्रुप (Reliance Group) अर्श से फर्श तक की यात्रा कर चुका है. एक फलते-फूलते तरक्की करते कारोबार को हमने किस्तों-किस्तों में बिखरते हुए देखा. अनिल अंबानी की कंपनियां दिवालिया भी हुईं. मगर, अब रिलायंस ग्रुप एक बार फिर से तरक्की की दास्तान लिखने को तैयार है. अनिल अंबानी का यह कारोबारी समूह कर्ज से मुक्त हो चुका है. पिछले दिनों में रिलायंस ग्रुप ने ऐलान किया है कि अब उनके ऊपर कोई कर्ज नहीं है. साथ ही वह अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करने के लिए लॉन्ग टर्म फंड रेजिंग प्लान बना रहे हैं. इसके साथ ही निवेशकों को उम्मीद बढ़ गई है कि अब रिलायंस ग्रुप एक बेहतर भविष्य की ओर बढ़ रहा है.
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर जुटाएंगी पूंजी
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर (Reliance Infrastructure) के बोर्ड ने क्यूआईपी (QIP) या प्रेफेरेंशिअल इश्यू (Preferential Issue) के जरिए करीब 6,000 करोड़ रुपये मार्केट से जुटाने की मंजूरी दे दी है. रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रमोटर भी कंपनी में 1,100 करोड़ रुपये की पूंजी डालने वाले हैं. रिलायंस पावर (Reliance Power) की बोर्ड मीटिंग भी 23 सितंबर को होने जा रही है. इसमें भी फंड जुटाने के लिए बड़े ऐलान हो सकते हैं. दोनों ही कंपनियों के शेयर स्टॉक मार्केट पर आगे बढ़ रहे हैं. अनिल अंबानी द्वारा तेजी से अपना कर्ज चुकाकर फंड जुटाने के प्रयासों से निवेशक भी हैरान रह गए हैं. निवेशकों को लग रहा है कि कर्ज मुक्त रिलायंस ग्रुप फिर से कमाल कर सकता है.
दोनों कंपनियों का मार्केट कैप तेजी से बढ़ रहा
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का मार्केट कैप भी पिछले हफ्ते के अंत तक करीब 50 फीसदी बढ़कर 8,500 करोड़ रुपये से 12,500 करोड़ रुपये हो गया है. रिलायंस पावर का मार्केट कैप भी इस अवधि में 25 फीसदी उछलकर 11,500 करोड़ रुपये से 14,600 करोड़ रुपये हो चुका है. रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने एलआईसी (LIC), एडेलवाइज एआरसी (Edelweiss ARC), आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) और यूनियन बैंक (Union Bank) का कर्ज चुका दिया है. अब उस पर सिर्फ 475 करोड़ रुपये का कर्ज रह गया है. अब नई पूंजी जुटाकर कंपनी अपने बदलाव की कहानी रच सकती है. साथ ही वह नए सेक्टर्स में भी कदम रख सकती है.
कार मार्केट में उतरने की तैयारी में अनिल अंबानी
हाल ही में जानकारी सामने आई थी कि अनिल अंबानी कार मार्केट में भी धमाल मचाने की तैयारी में हैं. रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने इलेक्ट्रिक कार और बैटरी बनाने का प्लान तैयार किया है. इसके लिए उसने इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी बीवाईडी (BYD) के एक पूर्व अधिकारी संजय गोपालकृष्णन (Sanjay Gopalakrishnan) को अपने साथ जोड़ लिया है. कंपनी अपने ईवी प्लांट में सालाना 2.5 गाड़ियां बनाना चाहती है. साथ ही वह बैटरी प्लांट भी लगाना चाहती है. कंपनी ने इसके लिए रिलायंस ईवी प्राइवेट लिमिटेड (Reliance EV Private Ltd) नाम से सब्सिडियरी भी रजिस्टर कराई है.
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