Reliance Capital Resolution Plan: मंगलवार का दिन रिलायंस कैपिटल के लिए बेहद महत्वपूर्ण रहने वाला है. 3 जनवरी 2023 के रिलायंस कैपिटल लिमिटेड के कर्जदाताओं की कमिटी यानि कमिटी ऑफ क्रेडिटर्स इंसोल्वेंसी रिजॉल्युशन प्रोसेस के तहत बैठक होगी जिसमें टॉरेंट ग्रुप और हिंदुजा ग्रुप के बोली पर चर्चा की जाएगी. 


कर्ज में डूबी अनिल अंबानी की एनबीएफसी कंपनी रिलायंस कैपिटल को खरीदने के लिए अहमदाबाद बेस्ड टॉरेंट ग्रुप ने 8,640 करोड़ रुपये की बोली लगाई है. अगर टॉरेंट समूह के बोली को स्वीकार कर लिया जाता है तो समूह की एंट्री फाइनैंशियल सर्विसेज के क्षेत्र में भी हो जाएगी. ई-ऑक्शन में टॉरेंट समूह ने रिजॉल्युशन प्लान के तहत रिलायंस कैपिटल के लिए 8,640 करोड़ रुपये की बोली लगाई है जबकि हिंदुजा ग्रुप ने 8,110 करोड़ रुपये की बोली लगाई है. 
 
रिलायंस कैपिटल लिमिटेड के कर्जदाताओं की कमिटी सीओसी ने 21 दिसंबर को हुए ऑक्शन में 6500 करोड़ रुपये का फ्लोर प्राइस फिक्स किया था. ई-ऑक्शन के खत्म होने के बाद हिंदुजा ग्रुप ने पुराने बोली में सुधार करते हुए फिर से रिजॉल्युशन प्रोसेस पेश किया और बोली की रकम को बढ़ाकर 9,000 करोड़ रुपये कर दिया और कंपनी ने 100 फीसदी कैश देने की पेशकश की है. वहीं दूसरी तरफ टॉरेंट ग्रुप ने केवल 3750 करोड़ रुपये अपफ्रंट कैश देने का ऑफर दिया है जो कि हिंदुजा ग्रुप के ऑफर का 54 फीसदी है. 


ये पहला मौका था तब आईबीसी कानून के तहत किसी एनबीएफसी कंपनी के लिए रिजॉल्युशन प्रोसेस के तहत ई-ऑक्शन की प्रक्रिया को अपनाया गया. ई-ऑक्शन की प्रक्रिया एलआईसी और ईपीएफओ की मर्जी से हुआ है जिनके पास रिलायंस कैपिटल के कमिटी ऑफ क्रेडिटर्स में 35 फीसदी का वोटिंग राइट्स मौजूद है. नेशनल कंपनी लॉ ट्राईब्युनल यानि एनसीएलटी ने 31 मार्च 2023 तक रिलायंस कैपिटल के रिजॉल्युशन प्रोसेस को पूरा करने का डेडलाइन तय किया है. 


ये भी पढ़ें 


PPF - Sukanya Samriddhi Yojana: पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना के निवेशक ब्याज दर नहीं बढ़ाये जानें से हैं निराश!