Reliance Power Share: रिलायंस पावर के स्टॉक में 6 सेशन में आया 34 फीसदी का उछाल, अप्रैल 2018 के बाद अपने रिकॉर्ड हाई पर शेयर
Reliance Power Stock Price: 17 सितंबर 2024 को शेयर 31.40 रुपये के लेवल पर था जो 25 सितंबर 2024 को 34 फीसदी के उछाल के साथ 42.05 रुपये पर जा पहुंचा है.
Reliance Power Share Price: अनिल अंबानी (Anil Ambani) की पावर कंपनी रिलायंस पावर का स्टॉक (Reliance Power Stock) उस दिन से रॉकेट बना हुआ जिस दिन कंपनी ने एलान किया कि वो डेट फ्री (Debt Free) कंपनी बन गई है. और अब कंपनी की सब्सिडियरी रोजा पावर ( Roza Power) ने भी सिंगापुर बेस्ड वर्दे पार्टनर्स (Varde Partners) के 850 करोड़ रुपये के कर्ज का भुगतान कर दिया है और रोजा पावर भी डेट-फ्री कंपनी बनने की राह पर है. इस खबर के बाद ये माना जा रहा है कि रिलायंस पावर के स्टॉक में आने वाले दिनों में और भी तेजी आ सकती है.
18 सितंबर से स्टॉक में अपर सर्किट
रिलायंस पावर ने 17 सितंबर 2024 को ये जानकारी दी कि कंपनी ने विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड के गारेंटर के तौर पर 3872.04 करोड़ रुपये के बकाये कर्ज का भुगतान कर दिया है. सोमवार 23 सितंबर को रिलायंस पावर के बोर्ड ने प्रीफ्रेंशियल इश्यू की मंजूरी दे दी है जिसमें 600 करोड़ रुपये प्रमोटर कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर की तरफ से आएगा. इन खबरों के चलते रिलायंस पावर के शेयर में पिछले 18 सितंबर, 2024 से लगातार अपर सर्किट लग रहा है.
6 दिनों में 34 फीसदी चढ़ा स्टॉक
17 सितंबर 2024 को 31.40 रुपये के लेवल से 25 सितंबर 2024 को स्टॉक 42.05 रुपये पर जा पहुंचा है. यानि इन सत्र में स्टॉक में 34 फीसदी की तेजी आ चुकी है. अप्रैल 2018 के बाद रिलायंस पावर के स्टॉक का ये उच्चतम लेवल है. रिलायंस पावर के स्टॉक ने 2024 में 80 फीसदी, एक साल में 122 फीसदी, 2 साल में 150 फीसदी, 3 साल में 220 फीसदी और पांच सालों में स्टॉक में 1430 फीसदी का उछाल आ चुका है.
रिलायंस पावर कर रही नए अवसरों की तलाश
अब रिलायंस पावर की रोजा पावर भी जीरो-डेट कंपनी बनने की कगार पर है. अगले तिमाही में कंपनी बचे हुए कर्ज को चुकाने का लक्ष्य लेकर चल रही है. रोजा पावर उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में 1200 मेगावाट कोल-बेस्ट पावर प्लांट ऑपरेट करती है. रिलायंस पावर अब रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में नए कारोबारी अवसरों की तलाश में है. रिलायंस पावर के साथ ही रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी कर्ज का बोझ घटकर 3831 करोड़ रुपये से 475 करोड़ रुपये रह गया है.
ये भी पढ़ें