बैंकों के फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दर में कमी और दूसरे फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश घटने से एक निश्चित आय पर निर्भर पर रहने वालों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. ऐसे में निवेशक, निवेश के नए विकल्पों की तलाश में हैं. ऐसे में भविष्य में नियमित तौर पर निश्चित आय के लिए बीमा कंपनियों का एन्यूटी प्लान ले सकते हैं. एन्यूटी प्लान के तहत एक खास अमाउंट जमा कर जिंदगी भर पेंशन के रूप में एक इनकम सुनिश्चित की जा सकती है .बीमा कंपनियां पॉलिसीधारक की मृत्यु के बाद उसके पति/पत्नी को भी पेंशन की सुविधा देती है. कुछ बीमा कंपनियां सब्सक्राइबर की मौत के मौत के बाद भविष्य के सभी एन्यूटी पेमेंट्स को रोक देती हैं और कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो जाता है. एन्यूटी प्लान खरीदने के लिए न्यूनतम उम्र 30-40 वर्ष होनी चाहिए.
दो तरह के होते हैं एन्यूटी प्लान
बीमा कंपनियां दो तरह की एन्यूटी प्लान देती हैं. एक है, इमिडिएट एन्यूटी प्लान. इसके तहत निवेशकों को तुरंत ही सीमित अवधि के लिए या जिंदगी भर के लिए मासिक, तिमाही, छमाही या सालाना आधार पर एक निश्चित राशि मिलनी शुरू हो जाती है. दूसरा है डेफर्ड एन्यूटी प्लान. इसके तहत निवेशकों को कुछ समय बाद या रिटायरमेंट के बाद से जिंदगी भर मासिक, तिमाही, छमाही या सालाना आधार पर एक निश्चित राशि जिंदगी भर मिलती है. एलआईसी की जीवन अक्षय पेंशन पॉलिसी इसी तरह की एक एन्यूटी प्लान है. इस प्लान के तहत आम एकमुश्त रकम जमा कर कुछ सालं के बाद महीने की एक निश्चित आय हासिल कर सकते हैं.
एन्यूटी प्लान उन लोगों के मुफीद है जो रिटायरमेंट प्लान करना चाह रहे हैं. रिटायरमेंट प्लान के हिसाब से एन्यूटी प्लान अच्छा विकल्प साबित हो सकते हैं. इसमें पॉलिसीधारक की मृत्यु के बाद उसके नॉमिनी को भी मासिक आय मिलती है. यही वजह है कि ये प्लान लोकप्रिय हो रहे हैं.
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