नई दिल्लीः महंगे स्मार्टफोन के बाजार में निर्माता कंपनी एपल की एक अलग धाक रही है. देश के साथ ही साथ दुनियाभर में लग्जरी स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के लिए एपल को जाना जाता है. वहीं शेयर बाजार के क्षेत्र में एपल दो हजार अरब डॉलर की पहली अमेरिकी कंपनी बन गई है. बता दें कि इससे पहले एपल एक हजार अरब डॉलर की बाजार हैसियत के मामले में पहली कंपनी थी.


लॉकडाउन के बाद संभली एपल


हालांकि एपल के विश्वभर में बिकने वाले स्मार्टफोन चीन में बनाए जाते हैं. वहीं कोरोना वायरस की महामारी की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के कारण कंपनी को नुकसान होना तय था, लेकिन एपल इस गिरावट से उबरने में कामयाब रही है. यही कारण है कि इस साल एपल के बाजार शेयर में करीब 60 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी देखी गई है.


बता दें कि एसएंडपी 500 की कंपनियों के सम्मिलित बाजार मूल्यांकन में शीर्ष की मात्र पांच कंपनियां ही 23 प्रतिशत योगदान करती है. इनमें एपल, माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन, फेसबुक और गूगल शामिल हैं.


सउदी अरामको में आई गिरावट


बता दें कि एपल से पहले दिसंबर 2019 में सउदी अरामको ने दो हजार अरब डॉलर का बाजार हासिल किया था. वहीं इसके बाद से ही इस कंपनी का बाजार में निवेश कम होता गया. अभी यह 1,820 अरब डॉलर पर आ गया है.


एपल आईफोन, आईपैड समेत कई लग्जरी प्रोडक्ट्स बनाती है, जिनकी बाजार में काफी डिमांड है. ऐपल का बीते साल लॉन्च किया गया आईफोन 11 काफी लोकप्रिय फोन रहा है.