Apple Hiring News: वैश्विक आर्थिक गतिविधियां धीमी होने के संकेत मिल रहे हैं और इस कारण पहले से ही कई टेक दिग्गज कंपनियां अपनी हायरिंग प्रक्रिया को धीमा करने के संकेत दे रही हैं. इसी कड़ी में एब टेक जाएंट एप्पल का नाम भी जुड़ा गया है. आ रही खबरों से साफ है कि ये कंपनी भी अपने हायरिंग प्रोसेस में कुछ बदलाव करने वाली है. 


क्या है रिपोर्ट में
माइक्रोसॉफ्ट, मेटा और गूगल के बाद, एप्पल कथित तौर पर मुश्किल वैश्विक मैक्रोइकॉनॉमिक परिस्थितियों के कारण 2023 के लिए हायरिंग को धीमा करने वाली अगली बड़ी टेक कंपनी बन गई है. एप्पल में हायरिंग में बदलाव सभी टीमों को प्रभावित नहीं करेगा, लेकिन कुछ वर्टिकल में अगले साल हायरिंग गतिविधियों में कमी आएगी. सोमवार को ब्लूमबर्ग के मुताबिक जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी कुछ पदों को भी नहीं भर सकती है. एप्पल अगले साल जनवरी में अपने (एआर) और मिश्रित वास्तविकता (एमआर) हेडसेट को जारी करने की संभावना जता रही है.


माइक्रोसॉफ्ट ने भी छंटनी की 
पिछले हफ्ते, सत्या नडेला द्वारा संचालित माइक्रोसॉफ्ट 'पुनर्गठन' की प्रक्रिया के तहत कर्मचारियों की छंटनी करने वाली पहली तकनीकी दिग्गज बन गई. माइक्रोसॉफ्ट में छंटनी कथित तौर पर अपने कार्यालयों और उत्पाद प्रभागों में अपने 1,80,000-मजबूत कर्मचारियों के लगभग 1 फीसदी को प्रभावित कर रही है. माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज, टीम्स और ऑफिस ग्रुप्स में हायरिंग को भी धीमा कर दिया है.


गूगल धीमी करेगी भर्ती प्रक्रिया
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने इस साल कर्मचारियों को काम पर रखने में मंदी के बारे में सूचित किया है, जबकि मेटा (पूर्व में फेसबुक) ने कर्मचारियों को 'गंभीर समय' की चेतावनी दी है और कुछ भूमिकाओं के लिए हायरिंग फ्रीज जारी किया है.


ट्विटर और ऑरेकल जैसी अन्य कंपनियों का क्या है कहना
ट्विटर ने भी अपनी भर्ती टीम में 30 फीसदी की कटौती की है, जबकि एलन मस्क द्वारा संचालित टेस्ला सैकड़ों कर्मचारियों की छंटनी कर रही है. अन्य टेक कंपनियां जिन्होंने हायरिंग को धीमा कर दिया है, उनमें एनवीडिया, स्नैप, उबर, स्पॉटिफाई, इंटेल और सेल्सफोर्स शामिल हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक क्लाउड प्रमुख ओरेकल ने हाल ही में लागत में कटौती के उपायों में 1 बिलियन डॉलर तक बचाने के लिए हजारों कर्मचारियों की छंटनी करने पर विचार किया है.


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