कारोबारी गौतम अडानी की अगुवाई वाली अडानी पोर्टस एंड स्पेशल इकोनोमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) लगभग 55 अरब 89 करोड़ रुपये (750 मिलियन डॉलर) के सीनियर अनसिक्युर्ड USD नोटस इशूयन्स जुटाने में सफल रही है. APSEZ 20 साल और 10.5 साल के दो अलग अलग हिस्सों में ये काम करेगा. कंपनी 20 साल के लिए 5 प्रतिशत और 10.5 साल के लिए 3.8 प्रतिशत के फिक्स्ड कूपन पर इसको लागू करेगी. वैश्विक बाजारों से 20 साल के लिए फ़ंडस जुटाने वाली भारत में ये इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र की पहली कंपनी है.
इसके साथ ही APSEZ, अडानी ग्रूप के अंदर लंबी अवधि के बांड इश्यू करने वाली तीसरी कंपनी बन गई है. उस से पहले अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) और अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड (ATL) भी लंबी अवधि के बांड इश्यू कर चुके हैं. APSEZ के बयान के अनुसार, कंपनी का बांड इश्यू 26 जुलाई 2021 को बंद हुआ था और तीन गुना से ज्यादा ओवरसब्स्क्राइब हुआ था. साथ ही कंपनी ने कहा है कि उसे दुनिया भर से अपने बांड के लिए लगातार बड़े निवेशकों की भागीदारी मिल रही है.
अडानी ग्रूप का बिजनेस मॉडल बेहद मजबूत- सीईओ करण अडानी
कंपनी की इस उपलब्धि पर APSEZ के निदेशक और सीईओ करण अडानी ने कहा, "APSEZ को इस बात पर गर्व है कि वो 55 अरब 89 करोड़ रुपये जुटाने वाली इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र की पहली कंपनी है. इस से पता चलता है कि अडानी ग्रूप का बिजनेस मॉडल और उसको लागू करने की श्रमता कितनी ताकतवर है. दुनिया भर की फायनेंसीयल मार्केट को हमारे इस मॉडल पर भरोसा है."
बता दें कि, आज बॉम्बे स्टॉक एक्स्चेंज (BSE) में APSEZ के शेयर मामूली गिरावट के साथ 676.7 रुपये पर ट्रेड कर रहें हैं. इस समय कंपनी की वैल्यू 138165 करोड़ है.
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