नई दिल्लीः अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश में दिलचस्पी रखते हैं और इसमें निवेश की तैयारी में हैं तो कुछ  गलतियों से बचना जरूरी है. इन गलतियों का वजह से निवेशक अच्छा रिटर्न हासिल नहीं कर पाते हैं. आइए देखते हैं कि ये गलतियां क्या हैं, जिनसे बच कर आप म्यूचुअल फंड में निवेश कर अच्छा रिटर्न कमा सकते हैं.

देखा-देखी में निवेश न करें

म्यूचुअल फंड निवेशकों को हमेशा भेड़ चाल से बचने की सलाह दी जाती है. अगर आपका कोई परिचित इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में निवेश कर बढ़िया रिटर्न हासिल कर रहा है तो आप भी बगैर सोच-समझे उसे फॉलो न करने लगें. दरअसल निवेशक इन स्कीमों को समझे बगैर ही म्यूचुअल फंड में निवेश करने लगते हैं और  उन्हें घाटा उठाना पड़ता है.

सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले के चक्कर में न पड़ें

नए म्यूचुअल फंड निवेशक अक्सर सबसे ज्यादा रिटर्न  देने वाले फंड में पैसा लगाना चाहते हैं.  लेकिन जरूरी नहीं कि टॉप पर रहने वाली स्कीम हमेशा टॉप पर ही रहे. कुछ निवेशक अक्सर ज्यादा एग्रेसिव स्कीम चुन लेते हैं. लेकिन गिरावट आने पर इसे बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं. इसलिए हमेशा अपनी जोखिम लेने की क्षमता को देखते हुए स्कीमों को चुनना चाहिए.

सही टाइमिंग के चक्कर में गलती

अक्सर नए  म्यूचुअल फंड निवेशक सोचते हैं कि शेयर मार्केट में जब रफ्तार हो तो म्यूचुअल फंड की स्कीमों में पैसा लगाना चाहिए.  लेकिन यह गलत धारणा है. क्योंकि शेयर बाजार हमेशा शीर्ष पर नहीं रहता. कई बार निवेशक बाजार के निचले स्तर पर आने का भी इंतजार करते हैं ताकि कम लागत में निवेश कर सकें. लेकिन बाजार के ऊपर और नीचे जाने का सटीक अनुमान लगाना बेहद मुश्किल है. अगर बाजार-उठने गिरने के हिसाब से म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो आपको घाटा होगा.

गिरावट का डर

कई म्यूचुअल फंड निवेशक गिरते बाजार में अपना निवेश तुरंत निकाल लेते हैं. लेकिन गिरते बाजार में तुरंत अपने निवेश से नहीं निकलना चाहिए खास कर म्यूचुअल फंड निवेशकों को तो ऐसा करना ही नहीं चाहिए. उन्हें गिरते बाजार में ज्यादा यूनिट्स जुटाना चाहिए. सिप में निवेश करने वालों के यह आदर्श स्थिति होती है, जब कम कीमतों पर उसे ज्यादा यूनिट मिल जाती हैं.

बाजार में लंबे समय के लिए आएं

इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश  छोटी अवधि के लिए न करें. हमेशा लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट का अप्रोच रखें. कई निवेशक तो कहते हैं कि वे म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में लंबी अवधि का टारगेट लेकर आए हैं लेकिन थोड़ी सी गिरावट में ही बाहर निकल जाते हैं.