Ashneer Grover: अश्नीर ग्रोवर (Ashneer Grover)  एक बार फिर अपने ट्वीट को लेकर चर्चा में हैं. अश्नीर ग्रोवर ने डिजिटल लेंडिंग गाइडलाइंस ( Digital Lending Guidlines) को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक ( Reserve Bank Of India) की कड़ी आलोचना की है. और आरबीआई के गाइडलाइंस को दुनिया का सबसे बेकार गाइडलाइंस करार दिया है. उन्होंने कहा कि इस गाइडलाइंस के चलते फिनटेक फर्म (Fintech Firms)  डिजिटल लेंडिंग ( Digital Lending) करने से परेहज करेंगी. 


भारतपे ( Bharatpay) के पूर्व को-फाउंडर (Co-Founder) और शार्कटैंक इंडिया ( Shark Tank India) के जज रहे अश्नीर ग्रोवर ने ट्वीट किया कि, अगर यूपीआई ( UPI) दुनिया का सबसे सर्वश्रेष्ठ टेक और रेग्युलेटरी इनोवेशन है तो आरबीआई का डिजिटल लेंडिंग गाइडलाइंस सबसे बेकार है. उन्होंने लिखा कि आरबीआई फिनटेक से कहा रहा ' भाई मत करो डिजिटल लेंडिंग शेंडिंग! बैंक से होती नहीं, हमें समझ आती नहीं, और पेन पेपर की सेल भी कम जाएगी'. 






हालांकि अश्नीर ग्रोवर के इस विचार से कई लोगों ने असहमति जताई है. उन्होंने अश्नीर को अलग अलग फिनटेक कंपनियों द्वारा प्रताड़ित किए जाने की याद दिलाई. एक यूजर ने लिखा कि सही है बॉस. डिजिटल लेंडिंग के नाम पर 52 फीसदी ब्याज चार्ज किया जा रहा है और इसे फिनटेक कंपनियों के इनोवेशन का नाम दिया जा रहा है? ये इनोवेशन नहीं है. इसे रोका जाना चाहिए. 






इससे पहले आरबीआई ने जब क्रेडिट कार्ड को यूपीआई से लिंक करने का एलान किया था तो उन्होंने आरबीआई के फैसले को बड़ा कदम करार दिया था. लेकिन उन्होंने मर्चेंट डिस्काउंट रेट को लेकर अपनी आशंका जाहिर की थी. 


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