ADB India GDP Forecast: आरबीआई के बाद अब एडीबी ने भी बढ़ाया भारत की ग्रोथ का अनुमान, इतनी रह सकती है वृद्धि दर
ADB on Indian Economy: हाल-फिलहाल में कई संस्थानों व एजेंसियों ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान में बदलाव किया है. अब एडीबी ने भी बदलाव करते हुए अनुमान को बढ़ा दिया है...
भारत की आर्थिक वृद्धि दर को लेकर लगातार विभिन्न अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के अनुमान बेहतर हो रहे हैं. अब इस कड़ी में एशियाई विकास बैंक यानी एडीबी ने भारत की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को बढ़ा दिया है. अब एडीबी को लगता है कि चालू वित्त वर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था 6.7 फीसदी की दर से वृद्धि कर सकती है.
सितंबर में बेहतर रही वृद्धि
एशियाई विकास बैंक ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान में बुधवार को ताजा बदलाव किया. करीब 3 महीने पहले एडीबी ने अनुमान व्यक्त किया था कि चालू वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.3 फीसदी रह सकती है. एडीबी ने सितंबर तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर पहले के अनुमानों से बेहतर रहने के बाद यह बदलाव किया है.
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सितंबर तिमाही में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 7.6 फीसदी रही, जो लगभग सभी अनुमानों से बेहतर थी. चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीने में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 7.7 फीसदी रही है.
रिजर्व बैंक का नया अनुमान
इससे पहले कई और एजेंसियां भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर अपने अनुमान को बदल चुकी हैं. रिजर्व बैंक ने इसी महीने हुई मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद चालू वित्त वर्ष में वृद्धि दर के अनुमान को 6.5 फीसदी से बढ़ाकर 7 फीसदी कर दिया. इसी तरह नोमुरा ने अनुमान को 5.9 फीसदी से बढ़ाकर 6.7 फीसदी कर दिया. सिटी ग्रुप ने पहले 6.2 फीसदी का अनुमान दिया था, जिसे उसने बाद में बढ़ाकर 6.7 फीसदी कर दिया. वहीं डीबीएस ने अनुमान को 6.4 फीसदी से बढ़ाकर 6.8 फीसदी कर दिया.
चीन के लिए भी बढ़ाया अनुमान
एडीबी ने बुधवार को डेवलपिंग एशिया के आउटलुक को लेकर अपनी नई रिपोर्ट जारी की. एजेंसी ने इसी रिपोर्ट में अर्थव्यवस्थाओं को लेकर अपने ताजे अनुमान की जानकारी दी है. चालू वित्त वर्ष के लिए एडीबी ने भले ही भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को बढ़ाया है, लेकिन अगले वित्त वर्ष यानी 2024-25 के लिए उसने अनुमान को 6.7 फीसदी पर स्थिर रखा है. एडीबी ने एशिया की सबसे बड़ी और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन के लिए अपने अनुमान को 4.9 फीसदी से बढ़ाकर 5.2 फीसदी कर दिया है.
ये भी पढ़ें: खुदरा महंगाई के बाद थोक महंगाई में भी वृद्धि, नवंबर में रही आठ महीने में सबसे ज्यादा तेज