Asian Paints Stock Crash: एशियन पेंट्स का रंग पड़ा फीका! 9.50 फीसदी गिरा स्टॉक, 2020 के बाद पहली बार इस लेवल पर आया शेयर
Asian Paints Share Price: दिसंबर 2020 में एशियन पेंट्स का शेयर 2500 रुपये के लेवल पर था और उसके बाद लगातार ऊपर ही कारोबार करता रहा. लेकिन अब शेयर उसी के आसपास कारोबार कर रही है.
Asian Paints Stock Crash: देश की सबसे बड़ी पेंट्स कंपनी एशियन पेंट्स का स्टॉक सोमवार 11 नवंबर 2024 के कारोबारी सत्र में औंधे मुंह जा गिरा. बाजार के खुलते ही एशियन पेंट्स का शेयर 9.47 फीसदी की गिरावट के साथ 2505 रुपये तक का गोता लगा दिया. अभी भी शेयर 8.63 फीसदी की गिरावट के साथ 2530 रुपये पर कारोबार कर रहा है. साल 2020 के बाद ये पहला मौका है जब एशियन पेंट्स का स्टॉक इस लेवल पर कारोबार कर रहा है.
क्यों गिरा एशियन पेंट्स का शेयर
वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में एशियन पेंट्स के जो तिमाही नतीजे आए हैं वो बाजार के अनुमान से खराब रहा है. दूसरी तिमाही में कंपनी के रेवेन्यू में 5.3 फीसदी की गिरावट आई है. कमजोर कंज्यूमर सेंटीमेंट, मानसून के दौरान लगातार बारिश और बाढ़ के चलते एशियन पेंट्स के सेल्स में कमी आई है. लेकिन ऐसा लग रहा कि कंपनी को बड़ा खामियाजा पेंट्स सेक्टर में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के चलते हुआ है. बिरला ओपस और जेएसडब्ल्यू पेंट्स के इस सेक्टर में कदम रखने के बाद पेंट्स इंडस्ट्री में प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है.
ब्रोकरेज हाउस ने घटा दिया टारगेट
एशियन पेंट्स के निराश करने वाले तिमाही नतीजों के बाद ब्रोकरेज हाउसेज से स्टॉक पर अपने टारगेट प्राइस को घटा दिया है या फिर डाउग्रेड कर दिया है. नोमुरा इंडिया ने स्टॉक पर न्यूट्रल रहते हुए अपने टारगेट प्राइस को 2850 रुपये से घटाकर 2500 रुपये कर दिया है. जेफ्फरीज ने भी स्टॉक पर टारगेट प्राइस को घटाकर 2100 रुपये कर दिया है. यानि ब्रोकरेज हाउस को स्टॉक में और भी गिरावट की संभावना नजर आती है. जेपी मॉर्गन ने स्टॉक पर अंडरवेट है और टारगेट प्राइस को घटाकर 2400 रुपये कर दिया है. मॉर्गन स्टैनली ने 2522 रुपये का टारगेट दिया जिसके ईद-गिर्द शेयर ट्रेड कर रहा है. CLSA के मुताबिक स्टॉक अंडरपरफॉर्म करेगा और 2290 रुपये का टारगेट ब्रोकरेज हाउस ने दिया है.
निराश करने वाले नतीजे
एशियन पेंट्स का रेवेन्यू दूसरी तिमाही में 5.3 फीसदी घटकर 8003 करोड़ रुपये रहा है. जबकि कंपनी का नेट प्रॉफिट 42.2 फीसदी की गिरावट के साथ 694.64 करोड़ रुपये रहा है. कंपनी के निराशाजनक नतीजों पर सीईओ अमित सिंग्ले ने कहा, पिछले वर्ष कीमतों में कटौती को लेकर लिए गए फैसलों, मटेरियल प्राइसेज के ज्यादा होने और सेल्स पर खर्च बढ़ने के चलते ऑपरेटिंग मार्जिन पर असर पड़ा है.
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