Ather Energy IPO: ओला इलेक्ट्रिक की सफलता के बाद अब एथर एनर्जी के आईपीओ की बारी, यूनिकॉर्न बन गई कंपनी
Ather Energy: एथर एनर्जी मंगलवार को 1.3 अरब डॉलर वैल्यूएशन के साथ यूनिकॉर्न बन गई है. अब कंपनी 3700 करोड़ रुपये का आईपीओ लाने की तैयारियों में जुट गई है.
Ather Energy: ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) के आईपीओ ने लिस्टिंग के बाद मार्केट में धूम मचाई और निवेशकों को मालामाल कर दिया. कंपनी ने लिस्टिंग के बाद लगातार दो दिन अपर सर्किट मारा और निवेशकों की झोली भर दी. अब इस सफलता से उत्साहित होकर ओला की सबसे बड़ी प्रतिद्वंदी एथर एनर्जी (Ather Energy) भी आईपीओ लाने की तैयारियों में जुट गई है. कंपनी सितंबर की शुरुआत में ही सेबी (SEBI) के पास आईपीओ के दस्तावेज जमा कर सकती है. कंपनी का आईपीओ 45 करोड़ डॉलर (लगभग 3700 करोड़ रुपये) का हो सकता है. खास बात ये है कि एथर एनर्जी मंगलवार को ही यूनिकॉर्न बनी है और इसी के साथ आईपीओ लाने का इरादा भी सामने आ गया है.
एथर एनर्जी को NIIF से मिली 600 करोड़ रुपये फंडिंग, वैल्यूएशन 1.3 अरब डॉलर पहुंचा
देश की चौथी सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक टू व्हीलर निर्माता एथर एनर्जी ने अपने निवेशक नेशनल इनवेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (NIIF) से 600 करोड़ रुपये और जुटा लिए हैं. इस फंडिंग के साथ ही कंपनी अब 1.3 अरब डॉलर वैल्यूएशन के साथ यूनिकॉर्न लिस्ट में शामिल हो गई है. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि कंपनी ने आईपीओ के लिए एचएसबीसी (HSBC), जेपी मॉर्गन (JP Morgan) और नोमुरा (Nomura) को नियुक्त भी कर लिया है. एथर एनर्जी की स्थापना तरुण मेहता (Tarun Mehta) और स्वप्निल जैन (Swapnil Jain) ने की थी.
आईपीओ के बाद 2 अरब डॉलर हो जाएगी कंपनी की वैल्यूएशन
एथर एनर्जी के बड़े निवेशकों में टाइगर ग्लोब मैनेजमेंट, सचिन बंसल और बिन्नी बंसल शामिल हैं. फिलहाल कंपनी की दो मैन्युफैक्चरिंग यूनिट तमिलनाडु में हैं. तीसरा प्लांट जल्द ही महाराष्ट्र में खुलने वाला है. यही वजह है कि कंपनी अब आईपीओ के बारे में गंभीरता से सोच रही है. कंपनी का नाम भी एथर एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड से बदलकर एथर एनर्जी लिमिटेड किया जा रहा है. मार्केट की स्थितियों को देखते हुए कंपनी का आईपीओ इस वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में आ सकता है. आईपीओ के बाद कंपनी की वैल्यूएशन 2 अरब डॉलर हो जाएगी.
EV सेगमेंट में ओला के पास 5 फीसदी और एथर के पास 9 फीसदी मार्केट हिस्सेदारी
इस साल देश में ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल) सेल 66 फीसदी तक बढ़ सकती है. देश में ईवी बैटरी की मैन्यूफैक्चरिंग बढ़ने के साथ ही प्रोडक्ट सस्ते होंगे और इनकी बिक्री में भी इजाफा होगा. इसी सेक्टर में ओला इलेक्ट्रिक 35 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ टॉप पर बैठी हुई है. वहीं एथर एनर्जी के पास मार्केट की 9 फीसदी हिस्सेदारी है. ओला इलेक्ट्रिक ने बता दिया था कि आईपीओ से आए पैसों का इस्तेमाल कंपनी अपनी गीगाफैक्ट्री का विस्तार करने और आरएंडडी पर करने वाली है.
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