Demat Accounts: भारतीय शेयर बाजार में अगस्त महीने में सुस्ती देखी गई लेकिन मिड कैप और स्मॉल स्टॉक्स का इंडेक्स लाइफटाइम हाई पर जा पहुंचा है. ऐसे में भारतीय बाजार की तेजी को भूनाने में जो निवेशक पीछे रह गए उन्होंने बाजार में निवेश करने के लिए कमर कस ली है. इसका नतीजा है कि अगस्त 2023 में पिछले 19 महीनों में सबसे ज्यादा डिमैट खाते खुले हैं. देश में कुल डिमैट खातों की संख्या भी अब 12.66 करोड़ के पार जा पहुंची है.
सीएसडीएल (CSDL) और एनएसडीएल (NSDL) के डेटा के मुताबिक अगस्त 2023 में कुल 31 लाख नए डिमैट खाते खुले हैं जो कि जनवरी 2022 के बाद सबसे ज्यादा है. जुलाई 2022 में कुल 29.7 लाख डिमैट खाते खुले थे और एक साल पहले अगस्त 2022 में कुल 21 लाख नए डिमैट खाते खुले थे.
देश में डिमैट खातों की संख्या अब 12.66 करोड़ हो चुकी है पिछले वर्ष अगस्त 2022 से 25.83 फीसदी ज्यादा है. मार्च 2020 में शेयर बाजार में कुल डिमैट खातों की संख्या 4 करोड़ से भी कम थी. लेकिन उसके बाद भारतीय शेयर बाजारों में शानदार तेजी के बाद रिटेल निवेशकों की तादाद में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है. जिसका नतीजा है कि 3 वर्षों में डिमैट खातों की संख्या में 3 गुना उछाल आ चुका है. शेयर बाजार में तेजी के बाद रिटेल निवेशक बाजार की ओर आकर्षित हो रहे हैं. तो भारतीय बाजार में तेजी का क्रेडिट अब रिटेल निवेशकों को दिया जा रहा है.
मार्च 2023 के बाद से शेयर बाजार में एकतरफा तेजी जारी है. सेंसेक्स में 8500 तो निफ्टी 2800 अंको का उछाल आ चुका है. तब बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 255 लाख करोड़ रुपये था जो अब 321 लाख करोड़ रुपये हो चुका है. यानि 5 महीने में निवेशकों की संपत्ति में 65 लाख करोड़ रुपये बढ़ चुकी है.
डिमैत खातों की संख्या एक तरफ बढ़ रही तो हर महीने म्यूचुअल फंड्स स्कीमों में 15,000 करोड़ रुपये से ज्यादा निवेशक हर महीने सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान के जरिए निवेश कर रहे हैं.
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