Automobile News: ऑटोमोबाइल कंपनियों ने संकेत दिए हैं कि आगे चलकर उनकी कारों के दाम में बड़ा इजाफा हो सकता है. ऑटो कंपनियों के लिए ये समय मुश्किल भरा साबित हो रहा है क्योंकि पिछले काफी समय से सेमी कंडक्टर की कमी देखने को मिल रही है और इसके चलते उत्पादन भी धीमा हुआ है. अब एक नया कारण आ गया है जिसके चलते ऑटो कंपनियों को दाम बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है. 


इन कंपनियों ने किए बड़े फैसले
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच बीएमडब्ल्यू ने जर्मनी स्थित अपने दो कारखानों में उत्पादन रोक दिया है, मर्सिडीज अपने संयंत्रों में काम धीमा कर रही है और फॉक्सवैगन ने उत्पादन रुकने की चेतावनी देने हुए कलपुर्जों के वैकल्पिक स्रोतों की तलाश करने की बात कही है.


यूक्रेन से आने वाली बिजली की वायरिंग की भारी किल्लत
इस बीच यूक्रेन के खिलाफ रूस द्वारा छेड़े गए युद्ध से हालात और बिगड़ गए हैं, क्योंकि यूक्रेन से आने वाली बिजली की वायरिंग की अचानक भारी किल्लत हो गई है. खरीदार अधिक होने, कलपुर्जों की कमी और युद्ध के कारण नए व्यवधानों से गाड़ियों की कीमतें अगले साल और भी बढ़ सकती हैं. फिलहाल युद्ध के कारण यूरोप में उत्पादन प्रभावित हो रहा है, लेकिन आखिरकार अमेरिका में भी उत्पादन पर इसका असर होगा.


रूस-यूक्रेन युद्ध से बढ़ सकती हैं ऑटो कीमतें, आपूर्ति में कमी की आशंका
वैश्विक ऑटो क्षेत्र एक साल से अधिक समय से सेमीकंडक्टर चिप और अन्य महत्वपूर्ण कलपुर्जों की कमी से जूझ रहा है, जिससे उत्पादन कम हो गया है, आपूर्ति धीमी हो गई है और कीमतों में इजाफा हुआ है.


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